लखनऊ
उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार जनपदीय शाखा के पदाधिकारियों ने पाॅच सूत्रीय मांग पत्र के निस्तारण के लिए अपने खून को स्याही की तरह इस्तेमाल करते हुए पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मांगों के निस्तारण की गुहार लगाई गई है।

उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ जनपद शाखा लखनऊ द्वारा प्रांतीय संघ के आवाहन पर आज प्रांतीय कार्यालय बी – 4, दारुल सफा ,राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पार्क में 5 सूत्री मांगों के निराकरण किए जाने को लेकर मावप्रधानमंत्री एवं माव मुख्यमंत्री व निर्देशक, पंचायती राज विभाग को अपने खून से पत्र लिखकर मांगों के निराकरण मांग की है।

संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि 12 वर्षों के पश्चात अब तक ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की निम्नलिखित मांगों का निस्तारण नहीं हो सका है, जिसके कारण विवश होकर संघ के पदाधिकारियों को अपने खून से पत्र लिखना पड़ रहा है। उनकी मुख्य मांगों में पुरानी पेंशन बहाल की जाए।-पदोन्नत की व्यवस्था की जाए।विभागीय सेवा नियमावली बनाई जाए।

पे-रोल व्यवस्था समाप्त की जाए।-कर्मचारियों को कैशलेस कार्ड की सुविधा प्रदान की जाए।उक्त कार्यक्रम में संघ के जिला अध्यक्ष रामकिशन बाल्मीकि, जिला कोषाध्यक्ष धर्म प्रकाश कुशवाहा, प्रदेश मीडिया प्रभारी मयंक गौतम, राजू भारती ,सूर्यभान सिंह, सुरेश कुमार ,संदीप कुमार ,सुजीत कुमार ,पवन बाल्मीकि ,मनोज भारती ,धर्म चंद्र, देवी प्रसाद ,आदि पदाधिकारी शामिल रहे ।