हमीरपुर ब्यूरो
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के अभियान के मद्देनजर चलाए जा रहे विशेष टीबी रोगी खोज अभियान अपने तीसरे चरण में चल रहा है। अभियान के दौरान अब तक 20 नए टीबी रोगियों की पहचान की गयी है, जिनका उपचार भी शुरू हो गया है।

केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी रोग से मुक्त करने का संकल्प ले रखा है। इसी के मद्देनजर टीबी की रोकथाम और प्रभावित मरीजों के समुचित उपचार को लेकर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। गत दो सितंबर से तीन चरणों में जिले में विशेष टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अब तक 20 नए टीबी रोगी मिले हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. महेशचंद्रा ने बताया कि दो से छह सितंबर तक स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कारागार, वृद्धाश्रम, नवोदय विद्यालय, मदरसा आदि स्थानों पर 750 लोगों की स्क्रीनिंग की, जिसमें 36 संभावित लोगों के नमूने लेकर जांच को भेजे गए, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद सात से 16 सितंबर तक शहरी एवं ग्रामीण मलिन बस्ती एवं हाई रिस्क जनसंख्या (एचआईवी एवं डायबिटीज) के बीच अभियान चलाया गया। इसमें 83 संभावित रोगियों के सैंपल लेकर जांच की गई, जिसमें 14 नए केस मिले। इसी तरह 17 से सब्जी मण्डी, फल मण्डी, श्रमिक बाजार, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट, ईंट-भट्ठे, स्टोन क्रेशर, खदानों आदि में संभावित टीबी रोगियों की खोजबीन जारी है। अब तक 1268 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें 56 संभावित रोगियों में से छह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अभी अभियान दो दिन और चलेगा। अभी तक जो भी रोगी मिले हैं, उन सभी का उपचार शुरू करा दिया गया है। इन सभी के नाम निक्षय पोर्टल में फीड कर दिए गए हैं। इन्हें प्रतिमाह पांच सौ रुपए भरण-पोषण के लिए मिलेंगे।

जनवरी से अब तक मिले 1495 नए टीबी रोगी
क्षय रोग के प्रभारी जिला कार्यक्रम समन्वयक राजेंद्र कुमार ने बताया कि अप्रैल 2017 से मार्च 2018 में जिले में 2245 टीबी रोगियों की पुष्टि हुई, जिनमें 2008 मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए। 2018-19 में 3108 मरीज मिले, जिसमें 2793 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। 2019-20 में मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई। इस साल में 1823 मरीजों में अब तक 780 ठीक हो चुके हैं जबकि अन्य का उपचार चल रहा है। 2020-21 में अब तक 1548 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक 1495 नए टीबी रोगी मिले हैं। इन सभी का उपचार चल रहा है।