हल्लौर:
अंजुमन गुलदस्तए मातम के वार्षिक अशरा-ए मजलिस का आज हल्लौर क़स्बे के बड़े इमामबाड़े में समापन हो गया. इस मौके पर इमामबाड़े में आयोजित मजलिसों में सराहनीय योगदान करने वाले 12 सदस्यों को शाल और मोमेंटो भेंटकर उन्हें सम्मानित किया गया. इससे पहले 10 छोटे बच्चों को जिन्होंने मजलिस से पहले इमाम हुसैन को शायरी के ज़रिये श्रद्धांजलि प्रस्तुत की, पुरुस्कृत किया गया.

अंजुमन के प्रसार सचिन अब्बास एच एन एफ ने बताया कि 10 दिन लगातार मजलिसों के प्रबंधन और उसकी तैयारी में सेवाभाव से लगे 14 दूसरे सदस्यों को भी पुरुस्कृत किया गया. उन्होंने बताया कि उपरोक्त सभी अवार्ड, और मोमेंटो आदि प्रबंध पूर्व उपसूचना निदेशक और अंजुमन के अध्यक्ष डॉक्टर वज़ाहत हुसैन रिज़वी और उनके भाइयों की और से किया गया.

नौहाखां फरमान हैदर जावेद को अहमद हुसैन साहेबे बयाज़ अवार्ड, आले रज़ा को इजहारुल हसन सीनियर साहेबे बयाज़ अवार्ड, शाहकार हुसैन को फरासत हुसैन मातमी दस्ता अवार्ड , अलमदार हुसैन को मोहम्मद इलियास मातमी दस्ता अवार्ड, अंजुमन के सचिव काज़िम को फसाहत हुसैन अशरा-ए मजालिस अवार्ड, मोहम्मद हैदर शब्लू को सगीर हुसैन अमारी व तबर्रुकात अवार्ड, असगर अहमद पत्रकार को नफीस अहमद एडवोकेट फलाहे अंजुमन अवार्ड, अम्बर मेहदी ‘बाबा’ को इनायत हुसैन क़मर हल्लौरी सोज़ो सलाम अवार्ड, शमशाद हल्लौरी को इतरत हुसैन इतरत हल्लौरी नौहा निगारी अवार्ड, साजिद अब्बास ‘महमूद’ को अली हसन तहसीलदार इन्तेज़ामी उमूर अवार्ड, पूर्व सचिव तौक़ीर रज़ा को तौहीद हसन मजमूई खिदमात अवार्ड से सम्मानित किया गया.

इसके अतिरिक्त बेहतरीन सञ्चालन के लिए अफसर हल्लौरी और कार्यक्रमों की बेहतरीन प्रेस कवरेज के लिए आफताब हैदर को अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित व पुरुस्कृत किया गया। बता दें कि पिछले दस वर्षों से डॉटर वज़ाहत हुसैन रिज़वी और उनके भाइयों की जानिब से यह अवार्ड फंक्शन आयोजित होता आया. है.