लखनऊ: “अस्पताल में सामान्य मरीजों को भी इलाज उपलब्ध कराए सरकार” यह बात एस.आर. दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश को प्रेषित पत्र में कही है. उक्त पत्र में उन्होंने इस विषय पर अपने पूर्व प्रेषित पत्र दिनांकित 15 मई, 2020 की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है जिसमें उन्होंने सरकारी अस्पतालों में सामान्य मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने का आदेश देने का अनुरोध किया था. उन्होंने आगे कहा है कि क्षेत्र से मिली सूचनाओं के अनुसार अभी भी सरकारी अस्पतालों में सामान्य मरीजों को इलाज उपलब्ध नहीं हो रहा है जिससे आम जनता को बहुत असुविधा तथा खतरे का सामना करना पड़ रहा है. पत्र में उन्होंने कहीं भी पैथोलोजी की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण लम्बे समय से बीमार चल रही अपनी पत्नी का लिवर तथा ब्लड की जांच न हो पाने की बात भी कही है.

दारापुरी ने एक समाचार पत्र के हवाले से कहा है कि सरकारी तथा निजी अस्पतालों में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी तथा इंडोर की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण अकेले लखनऊ शहर के अस्पतालों में ही 20 हज़ार मरीजों को आपरेशन का इंतज़ार है. इसी पत्र में उन्होंने कई गंभीर मरीजों को सरकारी तथा निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा न मिलने के कारण मौत हो जाने की बात भी कही है. उन्होंने आगे कहा है कि एक समाचार पत्र के अनुसार अकेले लखनऊ शहर में ही अस्पतालों में 84 फीसदी तक प्रसव घट गए हैं तथा घर में प्रसव से कई औरतों की जान को खतरा एवं अन्य जटिलताएं पैदा हो गयी हैं.
दारापुरी ने आगे कहा है कि यह आवश्यक है कि सरकारी अस्पतालों/संस्थानों में यद्यपि कोरोना के मरीजों को वरीयता दी जाये और उनके इलाज के लिए अलग विशेष प्रबंध किये जाएँ परन्तु यह सब सामान्य बीमारी वाले मरीजों की कीमत पर नहीं होना चाहिए. सरकारी अस्पतालों में ओपीडी, भर्ती तथा आपरेशन आदि की सुविधा जल्दी से जल्दी चालू की जाने की बहुत ज़रुरत है ताकि आम आदमी को भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके.

अतः दारापुरी ने मुख्य मंत्री को पुनः सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के साथ-साथ सामान्य बीमारी के मरीजों को भी इलाज की सभी सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग को तत्काल आदेश देने का अनुरोध किया है ताकि सभी मरीजों को उचित इलाज तथा स्वास्थ्य सुरक्षा मिल सके और उनकी जिंदगी की रक्षा हो सके.