भाकपा (माले) ने मुख्यमंत्री योगी के ‘कुचल दिए जाओगे’ वाले बयान को अलोकतांत्रिक व समुदाय-विशेष को लक्षित कर डराने वाला बताते हुए निंदा की है। पार्टी ने क्रिकेट मैच में विजयी पड़ोसी देश की टीम का गुड़गान करने पर अपने ही देश के नागरिकों पर देशद्रोह की धारा लगाकर जेल भेजने को कानून-विरोधी बताया है।

मंगलवार को एक बयान में राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि बेहतर खेल का प्रदर्शन करने वाली टीम का चाहे वह जिस देश की हो, गुड़गान करना कानूनन अपराध नहीं है। यदि ऐसे कृत्य को अपराध बताकर देशद्रोह के मुकदमे कायम किये जा रहे हैं, तो यह सीधे-सीधे उत्पीड़नात्मक कार्रवाई है। योगी व भाजपा की सरकार यह कर रही है, तो यह संविधान-विरोधी और खेल भावना के खिलाफ है। सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए इस तरह का वक्तव्य देने से सत्ता प्रायोजित भीड़ हिंसा (मॉब लिंचिंग) को प्रोत्साहित करने की बू आती है।

माले नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव सर पर होने के कारण मुख्यमंत्री की पार्टी और सरकार फिर से साम्प्रदायिक कार्ड खेलने के बहाने ढूंढ रही है और इसीलिए ऐसे मामलों में वह ‘सुपर सक्रिय’ दिख रही है। उन्होंने ऐसे मामलों में देशद्रोह के आरोप में जेल भेजे गए कश्मीरी छात्रों सहित सभी नागरिकों की रिहाई और मुकदमे हटाने की मांग की। कहा कि दरअसल दो समुदायों के बीच नफरत फैलाना देशद्रोह के दायरे में आता है और कायदे से कार्रवाई उनके खिलाफ होनी चाहिए जो यह काम करते हैं और आपसी एकता को कमजोर करते हैं, भले ही वे सत्ता में क्यों न बैठे हों।

ज्ञातव्य है कि योगी ने टी20 क्रिकेट मैच में भारत की पाकिस्तान से हार पर प्रसंशकों द्वारा पटाखे फोड़े जाने पर रविवार को अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान नाराजगी प्रकट करते हुए कुचल देने वाली बात कही थी।