नई दिल्ली: पाकिस्तान सरकार द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान को अस्थाई प्रांत घोषित करने पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है. रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए साफ़ कह दिया है कि, ” गिलगित बाल्टिस्तान भारत का अभिन्न अंग है, उसमें किसी भी तरह का बदलाव स्वीकार्य नहीं किया जाएगा.”

गिलगित-बाल्टिस्तान भी भारत में शामिल है
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “भारत सरकार पाकिस्तान द्वारा अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र के एक हिस्से में भौतिक परिवर्तन लाने के प्रयास को दृढ़ता से अस्वीकार करती है. मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों को फिर से दोहराता हूं, जिसमें गिलगित-बाल्टिस्तान भी शामिल है, भारत का अभिन्न अंग है.”

सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने की बात
मंत्रालय ने कहा, “पाक के अवैध कब्जे को छलनी करने के इरादे से किए गए इस तरह के प्रयासों से इन पाक अधिकृत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को 7 दशकों से अधिक समय तक मानव अधिकारों के उल्लंघन और आजादी से वंचित नहीं किया जा सकता.” पाक पीएम गिलगित- बाल्टिस्तान ‘ को विजनल प्रांतीय स्थिति’ की घोषणा ‘ पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ” भारतीय क्षेत्रों की स्थिति को बदलने की मांग के बजाय, हम पाकिस्तान से अपने अवैध कब्जे के तहत सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने का आह्वान करते हैं.”