नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार (7 मई) को कहा कि जून-जुलाई में कोविड-19 केसों की संख्या पिक पर जा सकती है। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, मॉडलिंग डेटा और बढ़ते केसों की संख्या को देखते हुए कोरोना के मामले जून-जुलाई में बढ़ेंगे। भारत में कोरोना वायरस के मामले करीब 53 हजार पहुंच चुके हैं जबकि इस खतरनाक वायरस से 1783 लोगों की मौत हो चुकी है।

दो दिन पहले ही रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि लगातार समान रफ्तार से मामलों में बढ़ोत्तरी चिंता का विषय है। गुलेरिया ने कहा कि विभिन्न मॉडेलिंग विशेषज्ञों का अनुमान है कि कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में उछाल अगले चार से छह सप्ताह तक हो सकता है, ऐसे में हमें और चौकस रहने तथा हॉटस्पॉट में मामलों की संख्या घटाने की कोशिश करने की जरुरत है।

उन्होंने यह भी कहा, ‘देश में सर्दियों में एक बार फिर कोविड-19 के मामले बढ़ सकते हैं लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा।’ गुलेरिया ने कहा, ‘यह ग्राफ लॉकडाउन और अन्य उपायों से अबतक अपेक्षाकृत रूप से फ्लैट (समतल) रहा है और इसने हमें देश में अपना स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा खड़ा करने और परीक्षण सुविधाएं बढ़ाने का समय दे दिया है।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मामलों की संख्या स्थिर दर से लगातार बढ़ रही है और यह चिंता का विषय है। हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और लॉकडाउन के सिद्धांतों और एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने के नियम का ईमानदारी से पालन करना चाहिए खासकर यदि वे हॉटस्पॉट में हैं तो।’