टीम इंस्टेंटखबर
गुजरात के दाहोद में पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक आदिवासियों की एक रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा.

राहुल ने कहा कि आदिवासियों के हक और सम्मान के लिए कांग्रेस शुरू से लड़ाई लड़ती आ रही है। गुजरात के आदिवासियों के हक को दबाए जाने के खिलाफ आज कांग्रेस, दाहोद में सत्याग्रह की शुरुआत कर रही है। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक आदिवासियों को उनका हक नहीं मिल जाता।

राहुल गांधी ने कहा, गुजरात में कोरोना से 3 लाख लोग मारे गए, गंगा मां लाशों से भर गई थी. हिंदुस्तान में कोरोना से 50-60 लाख मरे. लेकिन ये लोग इस पर बात नहीं करते. ये लोग कहते हैं थाली बजाओ. लाइट जलाओ.

राहुल गांधी ने कहा, गुजरात में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट बंद कर देंगे. उन्होंने कहा, अभी सिर्फ दो से तीन लोग ही सरकार को चला रहे हैं. अब नया गुजरात बनाना होगा. हम गुजरात को ऐसा मॉडल देंगे, जब हम सब मिलकर काम करेंगे. राहुल गांधी ने कहा, जनता और युवाओं को एक साथ खड़ा होना पड़ेगा और सच्चाई के लिए बिना डरे लड़ना पड़ेगा.

राहुल गांधी ने कहा, यह जनसभा नहीं है. यह एक आंदोलन की शुरुआत है. यह सत्याग्रह की शुरुआत है. उन्होंने कहा, 2014 में नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने. इससे पहले वे गुजरात के सीएम थे. पीएम मोदी ने देश को दो देशों में बांट दिया. पहला अमीरों का भारत और दूसरा गरीब और आम लोगों का हिंदुस्तान. लेकिन कांग्रेस दो हिंदुस्तान नहीं चाहती. हम सिर्फ एक भारत चाहते हैं, जिसमें सभी लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य का बराबर का अधिकार हो.

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आई तो प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में मनरेगा का मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा था मैं इसे रद्द करना चाहता हूं लेकिन नहीं करूंगा, ताकि जनता को याद रहे कि कांग्रेस ने क्या किया था.

राहुल गांधी ने कहा कि कोविड के समय जब लोगों के पास काम नहीं था तो मनरेगा से ही लोगों को अपने गांव में ही रोजगार मिला. उन्होंने कहा कि अगर मनरेगा नहीं होता तो देश के हालात क्या होते आपको मालूम है.

गुजरात के दाहोद में एक आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमने कहा था किसानों का कर्ज़ा माफ होगा और धान 2050 प्रति क्विंटल सरकार खरीदेगी. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने जो कहा था वो करके दिखाया. हम आपसे मिलकर समझना चाहते हैं कि आदिवासियों के लिए क्या करना है.