लखनऊ ब्यूरो
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र के पहले दिन सदन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चिढ़ाते हुए फिर एकबार “अब्बाजान” वाली बात दोहराई। समाजवादी पार्टी के सदस्यों के वेल में आकर हंगामा करने पर मुख्यमंत्री ने एकबार फिर कहा कि समाजवादी पार्टी को मुस्लिमों का वोट चाहिए लेकिन उन्हें अब्बा जान से परहेज है.

जैसा कि पहले से मानसून सत्र हंगामेदार होने की आशंका जताई जा रही थी वैसा ही हुआ. विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के तमाम विधायक विधानसभा के बाहर चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर आकर बैठ गये और प्रदर्शन करने लगे. अलग-अलग मुद्दों को लेकर उनके हाथ में तख्तियां थी. उन्होंने वहां जोरदार प्रदर्शन किया.

विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करने लगे और फिर जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो एक बार फिर हंगामे के चलते इसे स्थगित करना पड़ा.

इसके बाद जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधान परिषद में कोरोना काल में सरकार के कामकाज के बारे में बोल रहे थे तभी एक बार फिर ‘अब्बा जान’ का मुद्दा विधान परिषद में उठा. इसके बाद समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा किया जिस पर मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि समाजवादी पार्टी को मुस्लिमों का वोट चाहिए लेकिन उन्हें अब्बा जान से परहेज है.