हमीरपुर
जनपद के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों के सब सेंटरों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अब लैपटॉप से लैस किए गए हैं। इससे ई-संजीवनी एप के माध्यम से मरीजों को रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों से सीधे परामर्श दिलाया जाएगा। इस एप के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिलाने में जनपद का प्रदेश में मौजूदा समय में 28वां स्थान है।

जनपद में 81 सीएचओ की तैनाती है, जो कि सब सेंटरों में बैठकर ग्रामीण इलाकों के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल के दौरान शासन ने ई-संजीवनी एप लांच किया था ताकि ऐसे मरीज जो दूरदराज के इलाकों में रहते हैं और धनाभाव की वजह से इलाज के लिए आवाजाही नहीं कर सकते हैं वह सब सेंटर के माध्यम से अपने ही गांव-घर से ई-संजीवनी एप के माध्यम से रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों को अपनी समस्या बताकर परामर्श लेकर उपचार करा सकते हैं। अभी तक सभी सीएचओ अपने मोबाइल या टेबलेट के माध्यम से ही ई-संजीवनी ओपीडी का संचालन कर रहे थे, लेकिन अब इन्हीं सभी सीएचओ को शासन ने लैपटॉप से लैस कर दिया है। जिससे अब ई-संजीवनी ओपीडी में बढ़ोत्तरी होगी और मरीजों को घर बैठे अच्छा उपचार मिल सकेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने बताया कि जनपद में ई-संजीवनी से मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श दिलाने की स्थिति अच्छी है। ई-संजीवनी एप से मरीजों को उपचार कराने में जनपद का प्रदेश में 28वां स्थान है। लैपटॉप मिलने से निश्चित तौर पर ई-संजीवनी ओपीडी बढ़ेंगी और मरीजों को लाभ होगा।
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) मंजरी गुप्ता ने बताया कि जब से ई-संजीवनी एप शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक 27775 ओपीडी हो चुकी है। इस एप में संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के विशेषज्ञ डॉक्टर भी मरीजों को परामर्श देते हैं।