गाज़ा:11 दिनों तक चले खूनी संघर्ष के बाद इजराइल (Israel) और हमास (Hamas) गुरुवार को संघर्ष विराम (ceasefire) के लिए सहमत हो गए। इस युद्ध की वजह से गाजा पट्टी (Gaza strip) में भारी तबाही मची। वहीं अधिकांश इज़राइल में जीवन ठप हो गया। इस संघर्ष में 200 से अधिक लोग मारे गए। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी में 11 दिन से चल रहे सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा संघर्षविराम को मंजूरी दी है।

इजराइल ने मिस्र का प्रस्ताव स्वीकार किया
संघर्षविराम की घोषणा पर नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उनके सुरक्षा मंत्रिमंडल ने इजरायल के सैन्य प्रमुख और अन्य उच्च सुरक्षा अधिकारियों की सिफारिशों के बाद मिस्र के संघर्ष विराम प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है। बयान के मुताबिक ‘ऑपरेशन में महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी मिलीं जो बहुत अभूतपूर्व हैं। राजनीतिक नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जमीनी हकीकत ऑपरेशन का भविष्य तय करेगी।’ इजरायली पीएम के दफ्तर द्वारा जारी किए गए इस बयान को हमास के लिए धमकी की तरह माना जा रहा है।

जीत के दावे
वहीं इसराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने ट्विटर पर कहा कि गाजा अभियान से “अभूतपूर्व सैन्य लाभ” हुआ है। जबकि हमास के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफ़पी से कहा कि इजरायल की युद्धविराम की घोषणा फिलिस्तीनी लोगों की एक “जीत” है, और इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की हार। हमास नेता अली बराकेह ने कहा कि हमास के चरमपंथी तब तक सचेत रहेंगे जब तक कि मध्यस्थ इस संघर्षविराम के विवरण को अंतिम रूप नहीं दे देते।

बाइडेन की पुष्टि
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल-गाजा युद्धविराम की पुष्टि की है। बाइडन ने युद्धविराम के लिए इजरायल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आतंकवादी समूहों से खुद का बचाव करने के लिए इजरायल का समर्थन किया। बाइडन कहा कि उनका प्रशासन यह सुनिश्चित करने में सहयोग करेगा कि भविष्य के लिए आइरन डोम सिस्टम की पूर्ति की जाए। बाइडन ने कहा- ‘मेरा मानना है कि हमारे पास आगे बढ़ने का एक वास्तविक मौका है, और मैं इसके लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।’