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…. लिपटे रहत भुजंग!

‘‘जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग।’’ रहीमदास के इस सूक्ति-परक दोहे को प्रयोग कर...
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लखनऊ की कलाओं को सारी दुनिया में परिचित कराने की जरूरत है

भारतीय शोधकर्ता सबीह अहमद से आरिफ नकवी (बर्लिन) का साक्षात्कार पिछले सप्ताह बर्लिन हमबोलट विश्वविद्यालय इतिहास विभाग में एक...
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ईद आई है तो लग जाओ गले से मेरे

ईद आई है तो लग जाओ गले से मेरे  दोस्तो आज तो बेज़ार-ए मुहब्बत न बनो  रहमते अर्श से नाज़िल हैं जहाँ पर तेरे  सज़दा-ए शुक्र हो...