स्पोर्ट्स डेस्क
भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक बुरी खबर है, जसप्रीत बुमराह टी20 वर्ल्ड कप 2022 से बाहर हो गए हैं बुमराह के स्ट्रेस फ्रैक्चर ने भारत को भी बड़ा झटका दे दिया है. चोट के चलते वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टी20 मैच भी नहीं खेल पाए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें बैक स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ है, मगर उन्हें सर्जरी की जरूरत नहीं है. उन्हें ठीक होने में करीब 4 से 6 महीने का समय लग सकता है. वो पहले भी इस तरह की चोट का सामना कर चुके हैं.

2019 में बुमराह का पहली बार इस चोट से सामना हुआ था और अब इस चोट ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले हिला के रख दिया है. दरअसल भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच से पहले अभ्यास सेशन के दौरान उन्होंने पीठ दर्द की शिकायत की थी. बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी जांच कर रही है.

बुमराह स्ट्रेस फ्रैक्चर से जूझ रहे हैं. क्या है स्ट्रेच फ्रैक्चर, जिसने बुमराह सहित कई गेंदबाजों को लंबे समय के लिए मैदान से बाहर कर दिया. पहले ये भी जानना जरूरी है. दरअसल हड्डिया जिंदा टिश्यू होती हैं और यदि उन पर ज्यादा दबाव डाला जाता है तो उन्हें नुकसान होता है. सूजन संबंधी सेल्स का बढ़ना या फिर हड्डियों में सूजन आना बोन स्ट्रेस इंजरी या स्ट्रेस रिएक्शन कहलाता हैं.

MRI में चोट के बारे में पता चल जाता है, मगर सूजन उस समय फ्रैक्चर में बदल जाता है, जब इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, क्योंकि कॉर्टेक्स यानी हड्डी की बाहर वाली मोटी परत फट जाती है. तेज गेंदबाजों की पीठ के निचले हिस्से के वर्टेब्रे में ऐसा फ्रैक्चर होता है. रीढ़ की हड्डी को खींचने और उसे दबाने से इस हिस्से पर दबाव पड़ता है.

भारत के स्टार गेंदबाज बुमराह तीसरी बार स्ट्रेस फ्रैक्चर के शिकार हुए हैं. इससे पहले 2019 में पहली बार स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ था. फिर इसी साल जुलाई में और अब सितंबर में उन्हें बैक स्ट्रेस फ्रैक्चर हो गया . बुमराह के अलावा हार्दिक पंड्या भी इस तरह की चोट से जूझ चुके हैं.

एशिया कप 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान पंड्या को कमर में चोट लगी थी. उन्हें स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाया गया था. उन्हें उस चोट से उबरने में काफी समय लगा. पंड्या ने चोट के बाद मैदान पर वापसी तो कर ली थी. आईपीएल 2020 और आईपीएल 2021 में एक भी ओवर नहीं फेंका था.