स्पोर्ट्स डेस्क
तिरुवनंतपुरम में तेज गेंदबाजों के मददगार पिच ने सबको चौंकाया और बल्लेबाजों की आफत आई. टीम इंडिया ने पहले और ज्यादा असरदार तरीके से काम करते हुए साउथ अफ्रीका को सिर्फ 106 रनों पर रोक दिया. शुरुआती मुश्किलों के बाद भारत ने 8 विकेट से ये मैच जीत लिया.

तिरुवनंतपुरम में करीब 3 साल बाद हो रहे पहले टी20 मैच में दर्शकों को चौके-छक्कों की बरसात तो देखने को नहीं मिली, लेकिन दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों ने टेस्ट मैच अंदाज में स्विंग और सटीक लाइन लेंथ की गेंदबाजी का नजारा पेश किया और दर्शकों को रोमांचित किया. टीम इंडिया ने पहले इसका दारोमदार उठाया और दीपक चाहर-अर्शदीप सिंह की घातक गेंदबाजी के दम पर साउथ अफ्रीका को शुरुआत में ही घुटनों पर ला दिया.

टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करते हुए भारत ने सिर्फ पहली 15 गेंदों के अंदर साउथ अफ्रीका की आधी टीम यानी 5 बल्लेबाजों को पवेलियन लौटा दिया. इस वक्त तक साउथ अफ्रीका का स्कोर सिर्फ 9 रन था. चाहर (2/24) ने पहले और तीसरे ओवर में एक-एक विकेट लिए, जबकि दूसरे ओवर में गेंदबाजी के लिए आए बाएं हाथ के पेसर अर्शदीप (3/32) ने घातक स्विंग से 3 विकेट चटका लिए.

आउट होने वाले शुरुआती 5 बल्लेबाजों में से 4 तो खाता भी नहीं खोल पाए. ऐसे में साउथ अफ्रीका को एक-दो अच्छी पारियों और साझेदारियों की जरूरत थी. उसके लिए स्पिन ऑलराउंडर केशव महाराज ने एक बेहतरीन पारी खेली और टीम के लिए सबसे ज्यादा 41 रन बनाकर किसी तरह 106 रनों के स्कोर तक पहुंचाया.

जाहिर तौर पर भारतीय टीम के लिए भी बल्लेबाजी आसान नहीं होने वाली थी और ऐसा ही हुआ. टीम इंडिया कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के विकेट जल्दी गंवा लिए, जबकि दूसरी ओर से केएल राहुल एक-एक रन के लिए संघर्ष करते रहे. राहुल लगातार गेंदें खेले जा रहे थे लेकिन रन नहीं आ रहे थे. पावरप्ले की 36 गेंदों में राहुल ने 26 गेंदें खेलीं जिसमें सिर्फ 11 रन उन्होंने बनाए. टीम इंडिया ने 1 विकेट खोकर 17 रन बनाए, जो पावरप्ले में उसका सबसे खराब स्कोर है.

सातवें ओवर की पहली गेंद पर कोहली का विकेट गिरने के बाद क्रीज सूर्यकुमार यादव ने अपने बेखौफ अंदाज और शानदार फॉर्म का नजारा पेश किया और उसी ओवर में लगातार दो छक्के एनरिक नॉर्खिया पर जमा दिए. एक बार साउथ अफ्रीकी स्पिनर आए, तो वहां से सूर्यकुमार ने अपने बेहतरीन शॉट्स के जरिए हालात पर काबू पा लिया.