स्पोर्ट्स डेस्क
कराची में खेले गए सीरीज के पहले चार मैचों के बाद लाहौर में भी खेले गए सीरीज के पांचवें मैच में छोटे स्कोर के बावजूद पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 6 रन से हरा दिया. अपनी मजबूत गेंदबाजी के दम पर पाकिस्तान ने लगातार दूसरे मैच में इंग्लैंड को लक्ष्य हासिल करने से रोक दिया और सीरीज में 3-2 की बढ़त ले ली.

सात मैचों की सीरीज के पहले चार मैच कराची में होने के बाद आखिरी तीन मैचों के लिए दोनों टीमें लाहौर पहुंचीं थी. गद्दाफी स्टेडियम में बुधवार 28 सितंबर को पहला मैच (सीरीज का 5वां) खेला गया और जिसमें सिर्फ 145 रन बनाने के बावजूद पाकिस्तान ने जीत हासिल कर ली. इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाजों की लाइन-अप पाकिस्तान के पेस और स्पिन के बेहतरीन संयोजन के सामने पूरी ताकत नहीं दिखा सकी.

एलेक्स हेल्स, फिल सॉल्ट, बेन डकेट और हैरी ब्रूक जैसे बल्लेबाज कोई योगदान नहीं दे सके, जबकि पूर्व विश्व नंबर एक डेविड मलान ने कुछ देर टिककर पारी को संभालने का प्रयास किया. इफ्तिखार अहमद (1/16), शादाब खान (1/25) और मोहम्मद नवाज (1/9) की स्पिन तिकड़ी ने किफायत के साथ विकेट भी झटके, जबकि हारिस रऊफ (2/41) ने फिर अहम मौकों पर सफलता हासिल की.

इंग्लैंड की ओर से कप्तान मोईन अली (51 नाबाद) ने अंत तक अकेले संघर्ष किया और एक जुझारू अर्धशतक जमाया. उन्हें क्रिस वोक्स और सैम करन का साथ मिला, लेकिन ये नाकाफी थी. इंग्लैंड को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 15 रनों की जरूरत थी और अपना डेब्यू कर रहे ऑलराउंडर आमिर जमाल (1/13) ने एक छक्का खाने के बावजूद सिर्फ 8 रन देकर टीम को जीत के साथ सीरीज में बढ़त दिलाई.

पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की और एक मैच के ब्रेक के बाद टीम में लौटे तूफानी तेज गेंदबाज मार्क वुड (3/20) ने पाकिस्तानी टीम की धज्जियां उड़ा दीं. वुड की लगातार 150 किलोमीटर प्रतिंघटा के दायरे में की जा रही गेंदबाजी में रफ्तार के साथ ही परेशान करने वाला उछाल भी था, जिसका सामना करना पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम समेत अन्य बल्लेबाजों के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ.