लखनऊ: “ब्लाक प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जनता द्वारा सीधे किया जाए तथा वर्तमान पंचायत राज चुनाव में धांधली एवं सत्ता के दुरुपयोग की हो न्यायिक जांच”- यह बात आज एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट ने प्रेस को जारी बयान में कही है। उन्होंने आगे कहा है कि उत्तर प्रदेश में आज ब्लाक प्रमुख और उससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पद के जो चुनाव हुए हैं उनमें गुंडागर्दी, धांधली, धनबल व बाहुबल, महिलाओं का चीरहरण, दमन एवं सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग अभूतपूर्व था। वैसे तो इस से पहले रही विभिन्न पार्टियों की सरकारों ने भी सत्ता के दुरुपयोग और गुंडागर्दी को बढ़ावा ही दिया था परंतु वर्तमान भाजपा सरकार ने इसकी सब सीमाएं तोड़ दी हैं। ऐसी परिस्थिति में राजनीतिक पार्टियों से इस धांधली, गुंडागर्दी और सत्ता के दुरुपयोग को रोकने की उम्मीद नहीं की जा सकती। अतः इसके के लिए जनता को ही आगे आना होगा। इस चुनाव ने इस बात को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि पिछले कुछ समय से ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय पूंजी का जो प्रवेश हुआ है उसने पहले से सामंती ग्रामीण व्यवस्था में न केवल पुराने सामंतों को मजबूत किया है और बल्कि नए सामंतों को जन्म भी दिया है। डा. अंबेडकर ने पंचायती राज में इसकी ही आशंका व्यक्त की थी जो आज सही प्रतीत हो रही है।

श्री दारापुरी ने आगे कहा है कि वैसे तो पंचायती राज निचले स्तर तक जनभागीदारी और लोकतन्त्र की स्थापना में बहुत सहायक सिद्ध हो सकता है बशर्ते कि इसमें पदाधिकारियों का चुनाव धनबल और बाहुबल तथा सत्ता के दुरुपयोग से मुक्त हो। अब तक के अनुभव से यह सिद्ध हो गया है कि हमारी चुनाव प्रणाली दोषपूर्ण है जिसमें धनबल और बाहुबल तथा सत्ता का दुरुपयोग संभव है। इसे रोकने का सबसे कारगर उपाय यही हो सकता है कि ग्राम प्रधान की तरह ब्लाक प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी जनता द्वारा सीधे किया जाना चाहिए ना कि चुने हुए ग्राम प्रधानों और ब्लाक सभा के सदस्यों द्वारा। उत्तर प्रदेश में वर्तमान पंचायत राज चुनाव में धांधली, गुंडागर्दी, धनबल और बाहुबल तथा सत्ता का जो दुरुपयोग हुआ है उसकी न्यायिक जांच कराई जाए तथा इसके दोषियों को दंडित किया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की गड़बड़ियों को रोक जा सके।

अतः आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट इस बात की मांग करता है कि पंचायती राज चुनाव में ब्लाक प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जनता द्वारा सीधे किया जाना चाहिए। इसके लिए चुनाव प्रक्रिया में आवश्यक संशोधन किया जाए। इसके साथ ही वर्तमान चुनाव में हुई धांधली, गुंडागर्दी, धनबल तथा बाहुबल एवं सत्ता के दुरुपयोग की न्यायिक जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए।