दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने के बाद मामले को संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने का फैसला किया है। बता दें कि तीनों हत्यारे पत्रकारों के भेष में अतीक-अरशद के करीब पहुंचे थे और सिर से सटाकर गोली मारीं थीं।

पुलिस कस्टडी में स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार देर रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय तीन बाइक सवार बदमाशों ने माफिया डॉन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने पत्रकारों के रूप में खुद को पेश किया और उनके पास कैमरा, माइक आईडी और जाली पहचान पत्र भी थे। हमलों में शामिल हुए तीन लोगों को तस्वीरों पर ही पकड़ लिया गया।

इस मामले में शामिल हैं तीन हमलावरों की पहचान भी हो चुकी है। तिकड़ी हमलावरों की पहचान लवलेश, सनी और अरुण मौर्य कालिया के रूप में हुई है। तीन बाइक सवार अपराधी बदमाश पहुंचे और घटना को अंजाम देने के बाद सरेंडर कर दिया। अब इन तीनों का इतिहास खंगाल रहा है। हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्च स्‍तरीय जांच का आदेश देते हुए तीन सदस्यों की जांच आयोग के गठन के निर्देश दिए। वहीं, घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।