लखनऊ:
प्रयागराज में अतीक अशरफ हत्याकांड के पीछे यूपी सरकार का हाथ बताने वाले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद रजा अजहरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह प्राथमिकी लखनऊ के साइबर क्राइम थाने के सब इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई है.

साइबर क्राइम थाना लखनऊ के प्रभारी मुस्लिम खान ने बताया कि अतीक अहमद व अशरफ की हत्या के बाद स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर नजर रखने के निर्देश दिए थे. इसी को लेकर थाने में पदस्थ उपनिरीक्षक रवि वर्मा 21 अप्रैल को सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए थे. इस बीच उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट देखा, जिसमें एक वीडियो में दावा किया गया है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद रजा अजहरी यह कहते नजर आ रहे हैं कि अतीक अशरफ को सरकार ने मार डाला। प्रभारी के मुताबिक इस ट्वीट के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच नफरत फैलाने और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर नाराजगी जताते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद रजा अजहरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में हाफिज नूर कहते नजर आ रहे हैं कि बीजेपी शासित राज्यों में एक समुदाय विशेष के लोगों को डराया जा रहा है. उन्होंने अतीक अहमद और अशरफ के मारे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अतीक अपराधी था, ठीक है। लेकिन, सांसद और विधायक भी रह चुके हैं। अपराधी को सजा देना न्यायालय का अधिकार है। सरकार ने अतीक और अशरफ को मरवाया है। अजहरी ने कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने भी अपने एक संबोधन में इसे मिट्टी में मिलाने की बात कही थी. उन्होंने अपराधी को मिट्टी में नहीं मिलाया, बल्कि राज्य के कानून और संविधान को मिट्टी में मिला दिया।