भारतीय रीटेल कांग्रेस के द्विवर्षीय पांचवें संस्करण की नई दिल्ली में शुरूआत

नई दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी फ्रैंचाइज़ समाधान कम्पनी फ्रैंचाइज़ इण्डिया ने आज भारतीय रीटेल काॅन्ग्रेस 2016 के पांचवे संस्करण की सफलतापूर्वक शुरूआत की। दो दिवसीय सम्मेलन में रीटेल एवं ई-रीटेल क्षेत्र के कोरपोरेट, स्टार्ट-अप्स एवं उद्यमियों ने हिस्सा लिया तथा विभिन्न विषयों पर एक दूसरे के साथ चर्चा की जो उनके कारोबार को बढ़ाने तथा भारत के खुदरा परिवेश को बेहतर बनाने में मददगार हो सकते हैं। 

इस अवसर पर भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में डीआईपीपी, संयुक्त सचिव, आईएएस अतुल चतुर्वेदी मुख्य अतिथि थे, उन्होंने अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए कहा, ‘‘भारतीय रीटेल एवं ई-रीटेल सेक्टर तेज़ी से विकसित हो रहा है। आने वाले समय में खुदरा उद्योग देश में भंडारण एवं निर्माण परिवेश को बढ़ावा देने वाला मुख्य कारक होगा। अच्छी खबर यह है कि यह देश के युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा करेगा। सोशल मीडिया आज रीटेलरों एवं उपभोक्ताओं को अपने विचार अभिव्यक्त करने के लिए महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है। साथ ही नए स्टार्ट-अप्स  को अपने प्रतिभाशाली विचारों को प्रस्तुत करने का मौका मिलता है।’’ 

इस अवसर पर वालमार्ट इण्डिया के सीईओ एवं अध्यक्ष कृष अइयर ने कहा, ‘‘भारत में आज तक रीटेल जगत का विकास इतनी तेज़ी से नहीं हुआ है जितना मैंने पिछले कुछ सालों में देखा है। मेरा मानना है कि पूरी विकास रणनीति भारत के निर्माण क्षेत्र पर निर्भर करती है और यहीं भारत सरकार की मेक इन इण्डिया पहल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। निर्माण क्षेत्र सकल घरेलू उत्पादन में 25 फीसदी का योगदान देता है ऐसे में यह देश में 1 मिलियन युवाओं के लिए नौकरियों के अवसर पैदा करने वाला मुख्य कारक हो सकता है।

भारतीय रीटेल काॅन्ग्रेस के दौरान रूझानों का पूर्वानुमान लगाते हुए अमूल के प्रबन्ध निदेशक आर. एस सोधी ने कहा, ‘‘आज हर खुदरा विक्रेता को कामयाबी का साधारण फाॅर्मूला अपनाना होता है और अमूल इसी का पालन कर रहा है। पहला ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को महत्व देना, अमूल हर दिन 3.6 मिलियन किसानों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है, उनके लिए उचित पारिश्रमिक तय करता है, ताकि उनका कारोबार उनके लिए व्यवहार्य बना रहे। दूसरा, पैसे का महत्व, यानि हम उपभोक्ता को उनके द्वारा खरीदे जाने वाले उत्पादों में कुछ अतिरिक्त गुणवत्ता उपलब्ध कराते हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो हमें आपूर्तिकर्ता और उपभोक्ता दोनों को ही खुश रखना होता है। 

ब्राण्ड पतंजली एवं कम्पनी की खुदरा पहलों के बारे में अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए सोधी ने कहा, ‘‘पतंजली क्या कर रहा है? वे स्वास्थ्यप्रद एवं पोषक भोजन बना रहे हैं और यही फाॅर्मूला है। यही साधारण फाॅर्मूला है जिसे उन्होंने इतनी छोटी सी समय अवधि में समझ लिया है।’’