आईडीएफसी बैंक ने आज विश्व के सबसे तेजी से बढ़ते क्लाउड आधारित फायनेंशियल प्लेटफाॅर्म अपहोल्ड के साथ भागीदारी की घोषणा की ताकि भारत में तत्काल, आसान और वहनीय धन प्रेषण संभव हो सके। यह भागीदारी भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी पर निर्भर है।

इससे विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर अपहोल्ड के उपयोगकर्ता प्राथमिक रूप से अमेरिका और इंगलैण्ड से पैसा भेज सकेंगे या भारत में किसी को भी हाथों हाथ किसी भी बैंक के माध्यम से  भुगतान करने में सक्षम होंगे।

इस भागीदारी पर आईडीएफसी बैंक के संस्थापक प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. राजीव लाल ने कहा ‘‘ हमारा मानना है कि आज के डिजीटल धन पारिस्थितिकी तंत्र का किसी भी लाभ मिलना चाहिए चाहे वह किसी भी भौगोलिक स्थान का ग्राहक अथवा ग्राहक सेगमेंट में हो। अपहोल्ड के साथ हमारी भागीदारी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहेगी। इससे आईडीएफसी बैंक के ग्राहक तो लाभान्वित होंगे ही साथ ही गैर ग्राहक भी सुरक्षित और सामान्य तरीके से इससे लाभान्वित हो सकेंगे।‘‘

इस अवसर पर अपहोल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एन्थनी वाॅटसन ने कहा कि वर्ष 2015 में भारत ने 72 बिलियन डाॅलर्स प्राप्त किए, यह धन प्रेषण के लिए सबसे बड़ा देश है। हमें वर्तमान में सामान्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है वह है मोबाइल फस्र्ट आबादी है जो ग्रामीण इलाकों के आस-पास छितराई हुई है जिन्हें धन प्रेषण के लिए पिछले लम्बे समय से ऊंची कीमत चुकानी पड़ रही है। अब अपहोल्ड ने सुरक्षित, आसान तथा और अधिक वहनीय तरीका तैयार किया है जिससे भारत में कोई भी, किसी भी उपकरण, और किसी भी बैंक के माध्यम से यह पैसा आसानी के साथ भेज सकता है।‘‘