मुख्यमंत्री ने हज यात्रियों के चयन के लिए निकाली लाॅटरी 

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सभी धर्मों का उद्देश्य इंसानियत की सेवा है, जिसमें किसी झगड़े या लड़ाई का कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में हज-2016 के लिए आयोजित क़ुरा/लाॅटरी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने हज यात्रियों के चयन के लिए क़ुरा (कम्प्यूटराइज्ड लाॅटरी) का शुभारम्भ किया। लाॅटरी के आधार पर कन्नौज के मोहम्मद सलीम, मोहम्मद सुहेल और राबिया बेगम का नाम सबसे पहले आया। श्री यादव ने पवित्र हज की यात्रा के लिए चयनित होने वालों को दिली मुबारकबाद देते हुए उनकी सफल यात्रा की मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने अनेक कार्य किए हैं। 

मुख्यमंत्री ने आर्थिक और सामाजिक विकास में शिक्षा के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने वाले देश ही विकसित और खुशहाल बने हैं। शिक्षा के प्रसार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री मोहम्मद आज़म खां के प्रयासों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से भावी पीढि़यों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। इस दिशा में श्री मोहम्मद आजम खां ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना का उल्लेखनीय कार्य किया है। 

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री तथा राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आज़म खां ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि तालीम के काम से बेहतर कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि उसूल और सच्चाई की राह पर चलने वालों की जि़न्दगी में अड़चनें आती हैं, किन्तु उनका डटकर मुकाबला करना चाहिए। 

कार्यक्रम को मौलाना कल्बे सादिक और मौलाना ख़ालिद रशीद फि़रंगी महली ने भी सम्बोधित किया। 

गौरतलब है कि हज-2016 के लिए हज कमेटी आॅफ इण्डिया द्वारा निर्धारित कोटे के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के हिस्से में 21,828 सीटें आई हैं, जबकि प्रदेश में 48,683 हज आवेदन फार्म प्राप्त हुए हैं। चूंकि कई जिलों में कोटे से अधिक हज आवेदन फार्म प्राप्त होते हैं, इसलिए जिलेवार कोटा निर्धारित कर जिलेवार कुरा कराया जाता है।