लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने आज गोमती रिवर फ्रण्ट सम्बन्धी कार्यो का सुबह आकस्मिक निरीक्षण किया। श्री यादव ने गोमती नदी के बांये किनारे पर गांधी सेतु तथा लोहिया पुल के मध्य पूर्व निर्मित पार्किंग को सीढ़ी तथा रैम्प बनाकर रिवर फ्रण्ट से जोड़ने के निर्देश दिये जिससे सामान्य, वृद्ध तथा शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति आसानी से गोमती नदी रिवर फ्रण्ट का आनन्द ले सके। उन्होंने अधिकारियों को गोमती नदी के बांये किनारे पर प्रस्तावित 100 गाडि़यों की पार्किंग की क्षमता बढ़ाकर 300 गाडि़यों की करने के निर्देश दिये। श्री यादव ने गोमती वीयर के अपगे्रडेशन हेतु रबर डैम स्थापित किये जाने तथा रबर डैम के ऊपर से विभिन्न भारी उपकरणों/भागों को कार्यस्थल तक ले जाने एवं भारी वाहनों के आवागमन के लिये बन्धे पर रोड निर्माण के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को गोमती रिवर आॅफ लाइफ के रूप में फ्रण्ट विकसित करने के निर्देश दिये।

श्री यादव ने गोमती नदी के दाहिने किनारे पर निर्माणाधीन स्टेडियम का भी निरीक्षण किया तथा इसमें ओपन पवेलियन तथा अन्य सिटींग व्यवस्था साॅफ््ट रखने के निर्देश दिये। इस स्टेडियम का डायामीटर 125 मीटर रखा गया है तथा अन्र्तराष्ट्रीय स्तर के मानकों का अनुसरण किया जा रहा है। श्री यादव ने कहा कि गोमती बैराज तथा वीयर के मध्य डायाफ्राम वाल बनने के उपरान्त रिवर फ्रण्ट हेतु पर्याप्त भूमि उपलब्ध हो रही है, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। उन्होंने रिवर फ्रण्ट विकास का कार्य कुडि़याघाट तक यथाशीघ्र प्रारम्भ करके 30 जून, 2016 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। श्री यादव ने कुडि़याघाट के पास बनाये गये अस्थायी बांध, डाइवर्जन के पास तथा पक्के पुल के आस-पास के क्षेत्र को विशेष रूप से विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने गोमती वीयर तथा बैराज के मध्य विकसित हो रहे रिवर फ्रण्ट के दोनों किनारों को जोड़ने हेतु सस्पेंशन ब्रिज (झूले का पैदल पुल) के निर्माण के निर्देश दिये।