लखनऊ: विज्ञान फाउण्डेशन, वाटर एड एवं नगर निगम लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में अन्तर्राष्टीय महिला  दिवस पर स्वच्छ लखनऊ एवं स्वस्थ लखनऊ की मुहिम से जुडी महिला साथियों के साथ बराबरी, न्याय, सम्मान एवं पहचान को समर्पित परिचर्चा का आयोजन गांधी भवन लखनऊ में किया गया। 

विन्ध्य प्रताप सिंह ( विज्ञान फाउण्डेशन लखनऊ) ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि नगर निगम की स्वच्छ लखनऊ-स्वस्थ लखनऊ की मुहिम से जुडी महिला साथियों के साथ परिचर्चा में उनके जीवन एवं कार्य की वर्तमान चुनौतियों एवं स्वच्छता मिशन में उनकी भागीदारी के सन्दर्भ में बात की गयी।

संदीप खरे ( सचिव, विज्ञान फााउण्डेशन लखनऊ) ने सभी मुददों में महिला सफाई कर्मचारियों के सम्मान व क्षेत्र मंे काम करने के दौरान मूल भूत सुविधाओं की आवश्यकता पर विशेष जोेर दिया। उन्होनें भविष्य में इन महिलाओं को संगठन बनाने एवं अपनी मागांे के लिए एकजुट होने का आहवान किया।

नन्दिनी कृष्णा (नगर निगम लखन) ने कहा कि महिलाओं की पहचान उनके किये जा रहे काम द्वारा समाज की सेवा एवं संघर्ष की प्रशंसा की एवं लखनउ को खुले से शौच मुक्त बनाने के लिए जमीनी स्तर पर इन महिलाओं की भूमिका की सराहना की एवं भविष्य मंे भी मदद की उम्मीद जतायी ।

बबिता दीक्षित ( सभासद, फैजुल्लागंज प्रथम ) ने कहा कि हम सभी महिलाएं घर से लेकर बाहर तक का काम करते है लेकिन हमारा काम गिनती में नही होता और हम चुप रह जाते है पर अब अपनी आवाज को गूंज बना देना है एवं उन्होनें नगर निगम के भीतर इन महिलाओं की मांगों को उठाने की भी बात रखी।

दिवाकर त्रिपाठी ( पूर्व नगर आयुक्त एवं सांसद प्रतिनिधि लखनऊ) ने कहा कि बराबरी के लिए लोगों की मानसिकता में परिवर्तन करने की आवश्कता की जरूरत है क्योकि ज्यादातर परिवारों से ही लडका लडकी के साथ भेदभाव घर से ही शुरू होता है कि लडका है तो यह काम करना है और लडकी है तो उसे यह कार्य करना है, अगर परिवार में बच्चों के साथ समानता रखें और उनकों घर के काम में वर्गीकृत न करें तो कुछ समय में हम नये समाज का निर्माण कर पायेंगे जिसमें महिला पुरूष समान होगें और इसी के साथ-साथ स्वच्छता पर बातचीत करते हुए कहा कि स्वच्छ लखनऊ के लिए हम सभी को अपनी अपनी भूमिका निभानी होगी तभी हम स्वच्छ लखनऊ का सपना पूरा कर पायेंगे।