लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सत्ता की हनक का प्रदर्शन करते सपाई सरेआम जान लेने में जुटे है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा विगत चार वर्षो से अपनी ही सरकार के लिए मुसीबत बने सपाई निदव्दंड होकर खुलेआम दबंगई का प्रदर्शन कर रहे है, शीर्ष नेतृत्व की मौन सहमति उनका उत्साहवर्धन कर रही है। अखिलेश राज में यूपी जंगल राज में तबदील हो गया है। लखनऊ गोण्डा में कार टकराने के बाद हुई घटनाऐं शर्मदंगी के साथ-साथ सपाई दबंगई और दुस्साहस का प्रगटिकरण है। 

सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि गोण्डा के धानेपुर थाना क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के विधायक के परिजनों पर जिस तरह के हत्या के आरोप लगे है वे प्रकट कर रहे है किस तरह सरेआम कानून व्यवस्था का माखौल उड़ाया जा रहा है। राज्य में दुर्दान्त अपराधी से लेकर सत्ता से जुड़े नेता, माननीय उनके परिजन कही भी कुछ भी कर सकने का तत्पर है, घटना के बारे में जो तथ्य समाचारों के माध्यम से प्रकाश में आये है उनसे स्पष्ट हो रहा है कि सपा विधायक के परिजनों ने एक युवक को महज इसलिए गोली से उड़ा दिया क्योंकि उसने अपनी गाड़ी में टक्कर मारने का विरोध किया। 

उन्होंने कहा गोण्डा ही नहीं लखनऊ में भी समाचार है कि सरकार के कद्दावर मंत्री के गनरों ने दबंगई दिखाते हुए एम्स के डाक्टर को न केवल पीटा वरन् अपनी लग्जरी गाड़ी में डालकर मंत्री के निजी आवास ले गये उसे बंधक बनाये रखा। डाक्टर ने किसी तरह अपने दोस्तों को बुलाकर मध्यस्थता कराई तब जाकर किसी तरह डाक्टर छूट पाया। जो सूचनाऐं है उनके अनुसार पहले डाक्टर को कार्रबाईन से पीटा गया फिर जबरदस्ती गाड़ी में बिठाया गया, खास बात ये रही की मंत्री के ये सहयोगी सरेआम इन घटनाओं को अंजाम देते रहे तो चैकी के पुलिसकर्मी वहां पहुंचे किन्तु जब मंत्री के लोगों ने अर्दव्य दिखाया तो वे मौन साध पीछे हो लिये।

श्री पाठक ने कहा निरकुंश सत्ता के मद में चूर सपाई राज्य में बेखौफ होकर अपनी दबंगई का प्रदर्शन कर रहे है, जब जिसे जहां चाहते है ठोक-पीट दे रहे है। अखिलेश सरकार के सत्ता गठन से सपाईयों के दबंगई का ये सिलसिला बदस्तूर जारी है हर घटना के बाद कार्यवाही का भरोस दिलाते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव निरन्तरता में हो रही घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए क्या कर रहे है ? आखिर राजधानी लखनऊ से लेकर गोण्डा तक में निरकंुश हो रहे लोगों पर कार्यवाही तो सरकार ही करेगी।