नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अध्यक्ष रॉनी फ्लैनेगन भारत में हैं। रॉनी ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि एक टीम के कुछ खिलाड़ी उनके रडार पर हैं जिन पर उन्हें शक है कि वो भविष्य में किसी मैच के दौरान फिक्सिंग की कोशिश कर सकते हैं। रौनी ने टीम और खिलाड़ियों का नाम तो नहीं बताया, लेकिन इतना जरूर कहा कि जांच चल रही है।

आईसीसी जल्द ही इस टीम के सारे खिलाड़ियों को बुलाकर उन्हें फिक्सिंग के खतरे से अवगत कराएगी। इससे वह खिलाड़ी जिन पर शक है वे भी सतर्क हो जाएंगे और शायद ऐसी हरकत न करें।

वर्ल्ड टी-20 से पहले भारत में रॉनी के इस बयान के काफी मतलब निकाले जा सकते है। वर्ल्ड कप को फिक्सिंग के इस साए से बचाने के लिए आईसीसी ने कुछ सख्त कदम भी उठाए हैं।

खिलाड़ियों को छोटी पुस्तक दी जाएगी, जिसमें सारे नियम-कायदे बताए गए हैं। टूर्नामेंट के दौरान 24 घंटे की हेल्पलाइन भी खुली रहेगी।

फिक्सिंग का यह खतरा इसलिए भी बड़ा है, क्योंकि हाल में कुछ ऐसे केस सामने आए हैं, जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। जनवरी 2016 में पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी गुलाम बोदी पर फिक्सिंग के चलते 20 साल की पाबंदी लगी थी। जनवरी 2016 में ही अजीत चंडीला पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया। जनवरी 2016 में श्रीलंका ने अपने तेज गेंदबाजी कोच अनुषा समरानायके को निलंबित किया।

फिक्सिंग पर पूरी तरह से लगाम लगाना मुश्किल है यह बात आईसीसी को भी मालूम है, लेकिन क्रिकेट को साफसुथरा रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है।