लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सूबे में जब सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया श्री मुलायम सिंह यादव ही रेप के मामलों में ‘लड़कों से गलती हो जाती है’ सरीखी सोच रखते हों तो उनकी पार्टी की सरकार में महिला सुरक्षा की उम्मीद लगाना बेमानी है। 

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ‘वूमेन पॉवर लाइन-1090’ के प्रभारी राघवेेंद्र प्रताप सिंह पर एक छात्रा द्वारा यौन उत्पीडन का आरोप लगाने से ही साबित हो जाता है कि सपा सरकार में महिला सुरक्षा की योजनाएं महज दिखावे की है। वूमेन पॉवर लाइन-1090 तो सपा सरकार के चहेते अधिकारियों की केवल लखनऊ में तैनाती बरकरार रखने का जरिया भर है। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि लखनऊ में डीआइजी रहे नवनीत सिकेरा को लखनऊ में बनाए रखने के लिए उन्हें वूमेन पॉवर लाइन-1090 में तैनात कर रखा गया है। इन्हीं के चहेते अधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह भी इस योजना के शुरुआत से ही पॉवर लाइन के प्रभारी के पद पर तैनात हैं। सपा सरकार यह बताए कि क्या प्रदेश में इन दोनों अधिकारियों के अलावा अन्य कोई महिला अधिकारी नहीं है जो वूमेन पॉवर लाइन-1090 की जिम्मेदारी संभाल सके। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार ने अलग से महिला सम्मान प्रकोष्ठ बना दिया है लेकिन अभी तक उसके लिए अलग से कार्यालय और अन्य जरूरी संसाधन तक का इंतजाम नहीं हो पाया है। एक तरफ सपा सरकार ‘वूमेन पॉवर लाइन’ के ऊपर खजाना लुटा रही है वहीं महिला सम्मान प्रकोष्ठ के अधिकारी एक सरकारी घर को कार्यालय बनाकर वहां काम करने को मजबूर हैं। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अगर वूमेन पॉवर लाइन सक्षम योजना है तो जनता में इसका असर क्यों नहीं दिखाई दे रहा है? प्रदेश में महिला उत्पीडन की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले वर्ष जनवरी से अक्टूबर के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग में महिला उत्पीडन की कुल 19,341 शिकायतें आईं जिनमें सर्वाधिक 11,945 अकेले यूपी से ही हैं। यह साबित करता है कि प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के नाम पर महज दिखावेबाजी कर रही है। अगर महिला सम्मान प्रकोष्ठ की प्रभारी एक महिला आइपीएस अफसर हो सकती है तो वूमेन पॉवर लाइन का चार्ज सक्षम महिला अधिकारियों को क्यों नहीं सौंपा जा सकता है? 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार वूमेन पॉवर लाइन पर एक श्वेतपत्र जारी कर यह बताए कि इस योजना को किस कानून के तहत संचालित किया जा रहा है? इस योजना के तहत अब तक महिलाओं का यौन उत्पीडन करने वाले कितने लोगों पर कानून की किसा धारा के तहत कार्रवाई की गई है?