नई दिल्ली। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ गुप्त ऑपरेशन चलाया जा सकता है। यह ओसामा बिन लादेन को मारने के ऑपरेशन के जैसा हो सकता है। इसका संकेत खुद यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता जॉर्न किर्बी दे दिए हैं।

पठानकोट आतंकी हमले को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा कि हम चाहते हैं 26-11 को मुंबई में आतंकी हमले जिन्होंने किए उन्हें सजा मिले। हम जानते हैं कि इसमें लंबा वक्त लग सकता है। इंसाफ दिलाने के लिए लादेन में हमें भयानक रूप से लंबा वक्त लगा था, लेकिन हमने किया। किर्बी से पूछा गया था कि मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान को अमरीका ने इतना वक्त दिया। किर्बी से जब पूछा गया कि क्या अमरीका पाकिस्तान से उम्मीद करता है कि पठानकोट में हमले के जिम्मेदार लोगों पर ठोस कार्रवाई करेगा, क्योंकि 9-11 हमले की भी पाकिस्तान ने कड़ी निंदा की थी और लादेन पाकिस्तान में ही था। इस पर किर्बी ने कहा कि अमरीका निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की उम्मीद करता है।

उधर, पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को लेकर अमरीका के विदेश मंत्री जॉन कैरी ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से फोन पर बात की। बात करने से कुछ घंटों पहले अमरीका ने पाकिस्तान से हमले के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कदम उठाने के लिए कहा था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, फोन पर बातचीत के दौरान शरीफ ने कैरी से कहा कि पाकिस्तान इस मामले में पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहा है और हम सच को सामने लेकर आएंगे। शरीफ ने कैरी से बात करते हुए यह भी दोहराया कि पाकिस्तान की जमीन को दूसरे देशों में आतंकी गंतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।

कैरी ने भी पठानकोट हमले में पूरी सच्चाई का पता लगाने के लिए पाकिस्तान को पूरा सहयोग देने की बात कही। इससे पहले, इस्लामाबाद के सूत्रों के अनुसार, पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को लेकर नवाज शरीफ की ओर से शुक्रवार को बुलाई गई बैठक के बाद पाकिस्तान ने भारत से फिर से पुख्ता सबूत देने की बात कही है।