उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस का आयोजन कल से, मुख्यमंत्री करेंगे माइग्रेण्ट रिसोर्स सेन्टर का लोकार्पण 

लखनऊ: ताजमहल की ऐतिहासिक नगरी आगरा 4 जनवरी से 6 जनवरी तक आयोजित होने वाले प्रथम् उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस के लिये पूरी तरह से तैयार है। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करेंगे। राज्य सरकार द्वारा भारतीय अनिवासी तथा विशेष रूप से उत्तर प्रदेश मूल के अनिवासी भारतीयों से सम्पर्क व सम्बन्ध सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसके आयोजन के लिए फेडरेशन आॅफ इण्डियन चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (फिक्की) सहभागी संस्था है।

कार्यक्रम के विषय में बताते हुए उ. प्र. एन.आर.आई. विभाग के प्रमुख सचिव संजीव सरन ने कहा कि अनिवासी भारतीयांें से संवाद सत्र की अध्यक्षता माननीय मुख्यमंत्री, श्री अखिलेश यादव स्वयं करेंगे। राज्य सरकार के मंत्री व उच्चाधिकारियों का दल प्रथम् उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस में उपस्थित रहेगा, जिसका आयोजन यहाँ आईटीसी मुगल होटल में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में मा. मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश मूल के अनिवासी भारतीयों द्वारा उनके क्षेत्र अथवा व्यवसाय में असाधारण व प्रशंसनीय योगदान के लिए ‘उत्तर प्रदेश अप्रवासी भारतीय रत्न पुरस्कार’ से सम्मानित करेंगे। श्री सरन ने बताया कि इस अवसर पर मा. मुख्यमंत्री प्रथम माइग्रेण्ट रिसोर्स सेन्टर का लोकार्पण भी करेंगे, जिसे उ.प्र. वित्तीय निगम के लखनऊ कार्यालय में स्थापित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि उ.प्र. मूल के लगभग 200 अनिवासी भारतीयों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए औपचारिक रूप से पंजीकरण कराया है। इसके अतिरिक्त उद्योग व उद्यम के गणमान्य प्रतिनिधियों द्वारा उ.प्र. प्रवासी दिवस में भाग लेने की सम्भावना है। उत्तर प्रदेश सरकार अनिवासी भारतीयों के हितों एवं कल्याण तथा उनसे सम्बन्धित अन्य प्रकरणों के विषय में उठाये जा रहे कदमों और सरकार के विकास एजेण्डा के बारे में बताएगी। यदि किसी अनिवासी भारतीय को किसी क्षेत्र-विशेष के विषय में कोई वार्ता करनी होगी तो उस विभाग के उच्चाधिकारी उपलब्ध रहेंगे।

कार्यक्रम के पहला दिन संस्कृति एवं उत्सव को समर्पित होगा। दूसरे दिन सार्थक संवाद एवं विचार-विमर्श हेतु विभिन्न सत्रों का आयोजन होगा, जिनमें अनिवासी भारतीयों से संवाद, उ.प्र. में निवेश की सम्भावनाएं, राज्य का विकास एजेण्डा, कला, संस्कृति, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं गिरमिटिया लोगों पर चर्चा होगी। राज्य सरकार 6 जनवरी 2016 को कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले अनिवासी भारतियों के लिए ताजमहल तथा आगरा व मथुरा के आस-पास स्थित ऐतिहासिक स्थलों को देखने व घूमने की सुविधा का प्रबन्ध भी कर रही है।

प्रमुख सचिव ने बताया कि यू.पी.पी.डी. में प्रस्तावित स़त्रों में कई बड़े उद्योगपति, वेन्चर कैपिटलिस्ट व फिल्म उद्योग के प्रतिनिधि सम्बोधित करेंगे।

इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी-स्थल पर उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित की जा रही अवस्थापना और औद्योगिक परियोजनाओं सहित पारम्परिक हस्तशिल्प उद्योग की झांकी प्रदर्शित की जाएगी। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में की गई प्रगति एवं आर्थिक विकास तथा नवीन अवस्थापना सुविधाओं, जैसे- ट्रांस-गंगा परियोजना उन्नाव, सरस्वती सिटी नैनी, इलाहाबाद, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं लखनऊ मेट्रो व नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रेल, लखनऊ आईटी सिटी, एकीकृत औद्योगिक नगरी नोएडा, जालौन में प्रस्तावित सोलर पार्क एवं इलेक्ट्राॅनिक मैन्यूफक्चरिंग परियोजनाओं को विषिष्टता से प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य के कई निवेशकों द्वारा भी अपने स्टाल स्थापित किए जाएंगे।

उप्र प्रवासी दिवस के विभिन्न सत्रों में उद्योगों से जुड़े कई महत्वपूर्ण उद्योगपतियों और उद्यमियों को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया है। इनमें विशाल सिक्का (इन्फोसिस), सुभाष चन्द्र (जी समूह), फ्रांसिस (अध्यक्ष टीमा), जुवेंसियो मेज्टू (सीईओ, आइकिया), आरएस सोढ़ी (एमडी अमूल डेयरी), किशोर बियानी (सीईओ, फ्यूचर समूह), रवि जयपुरिया, डॉ.एकेएस चौहान, डॉ.नरेश त्रेहन, डॉ. पुरुषोत्तम लाल (मेट्रो हॉस्पिटल), डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, लॉर्ड खालिद हामिद, फिल्म निर्माता-निर्देशक मुजफ्फर अली, संजय खान आदि शामिल हैं।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री उप्र मूल के प्रवासी भारतीयों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान व उपलब्धियों को ‘उप्र रत्न अवार्ड’ से सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण चार व पांच जनवरी को आयोजित की जाने वाली सांस्कृतिक संध्या भी होगी जिसमें राहत फतेह अली खान और बिरजू महाराज के ट्रूप का प्रदर्शन होगा। एनआरआई सम्मेलन आगरा के होटल मुगल में होगा। मेहमानों को मुगल होटल और जेपी पैलेस में ठहराने की व्यवस्था की जा रही है। आगरा के डीएम पंकज कुमार ने बताया कि कनाडा, अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, फिजी और मिडिल ईस्ट जैसे 30 देशों के लगभग 150 अप्रवासी भारतीयों के भाग लेने की सहमति मिल चुकी है।

आगरा में कल से होने वाले तीन दिवसीय एनआरआइ सम्मेलन के लिए सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है। पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई है। यहां पर एटीएस कमांडो की दो टीमें पहुंच चुकी है।