लखनऊ: मदरसा अशरफिया बरकाते रज़ा के सालाना जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के कार्यक्रम में जलसे को खिताब करते हुए आॅल इण्डिया मोहम्मदी मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद अयूब अशरफ किछौछवी ने कहा कि पैगम्बर इस्लाम ने पूरी दुनिया में अमन व शान्ति का पैगाम दिया और सभी जाति व रंग भेद की आपसी दूरियों को भुलाकर एक साथ खडे़ रहने का बेमिसाल पैगामें अमल दिया। 

उन्होंने आगे कहा कि आज भारत में जो आतंकवादी गतिविधियां हुई है हमें पाकिस्तान से वार्ता का दौर खत्म नही करना चाहिए बल्कि ऐसी ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए पाकिस्तान को भारत के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर लड़ने पर मजबूर करना चाहिए, पाकिस्तान से वर्ता बन्द करने से आतंकवादियों का मकसद पूरा हो जाएगा। हमें इन्सानियत का खून बहाने वाले इन दरिदों से पूरी ताकत और कुवत से लड़ना चाहिए अगर पाकिस्तान आतंकवादी गतिविधियों में उनका साथ देता है तो भारत को पाकिस्तान के खिलाफ जंग का एलान कर देना चाहिए। उन्होंने मुसलमानों से अपील की है कि ऐसी गतिविधि करने वालों के खिलाफ अवाज़ उठाते रहे क्योकि यह घृणित कार्य इस्लाम के मौलिक सिद्धांतों के खिलाफ है पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्ललाहो अहलेही वसल्लम ने फरमाया कि एक बेगुनाह इन्सान का कत्ल करना पूरी इन्सानियत  का कत्ल करने के बराबर है। हम सभी दहश्तगर्दी की खुली मज़म्मत करते है।

जलसे की शुरूआत कारी आरीफ रज़ा कादरी ने तिलावते र्कुआन-ए-पाक से कि जलसे कि निज़ामत के फराएज़ मौलाना आज़म अली कादरी ने किया। तिलावत-ए-र्कुआन, नात व बच्चों का दीनी मुकालमा हुआ जिसमें मदरसा अशरफिया बरकाते रज़ा के बच्चों को इनामात से नवाज़ा गया। जलसे में सैयद मोहम्मद अहमद मियाॅ किछौछवी, रेम्बो हास्पिटल के मालिक डाॅ. सरफराज़ खान, कारी मुशाहीद रज़ा, सैयद रियाज़ अहमद कादरी, कारी अनुल हक अशरफी, मौलाना ज़ाकिर हुसैन अशरफी, कारी अयूब बरकाती के साथ ही साथ बड़ी संख्या में बच्चे और आवाम आदि शामिल थे।