नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल चुके भाजपा सांसद कीर्ति आजादने रविवार कोएक प्रेस कांफ्रेंस में डीडीसीए भ्रष्टाचार मामले में विकिलिक्स की सीडी को जारी किया।
प्रेस कांफ्रेंस शुरू करने से पहले क्रीति ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। हमारी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है। आजाद ने जो वीडियो जारी किया, उसमें दावा किया गया कि डीडीसीए ने विभिन्न कंपनियों को कांट्रेक्ट दिया गया, लेकिन इस दौरान जो पते दिए गए थे वे सभी फर्जी थे।
वीडियो में यह भी दावा किया गया है कि डीडीसीए ने ऑफिस और अन्य उपकरणों को किराए पर लिया गया। इनमें 16 हजार रुपए प्रति दिन के हिसाब से लैपटाप, 3 हजार रुपए प्रति दिन के हिसाब से प्रिंटर और \’पूजा की थालीà पांच हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर लिए गए थे।
इससे पहले, अरुण जेटली ने कीर्ति आजाद को ट्रोजन होर्स करार दिया था जिसके बाद ट्वीट कर कीर्ति ने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ट्रोजन होर्स नहीं हैं, बल्कि एशलिस हील हैं और वह बेहरूपियों को सबके सामने लेकर आएंगे। पूर्व क्रिकेटर ने जेटली के उस आरोप को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें वित्त मंत्री ने कहा कि आजाद ने उन्हें (अरुण) निशाना बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। आजाद ने आगे कहा कि अगर कोई आरोप लगा रहा है तो उसे (जेटली) यह नहीं भूलना चाहिए कि चार अंगुलियां आपकी ओर इशारा करती हैं।
उल्लेखनीय है कि 2013 तक डीडीसीए के पद पर 13 सालों तक काबिज रहे जेटली पर दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। आप ने यह भी कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके, इसके लिए जेटली अपने पद से इस्तीफा देें या फिर उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया जाए।
जेटली ने आप के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के करीबी अधिकारी पर हुई सीबीआई रेड का ध्यान हटाने के लिए वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं। अपने फेसबुक पेज पर जेटली ने लिखा कि डीडीसीए की जांच यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई थे और वह उस वक्त विपक्ष में थे। केंद्र सरकार की ओर से करवाई गई इस जांच में मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले थे।
कीर्ति आजाद ने गुरुवार को आप के संवाददाता सम्मेलन के बाद इस बात का वादा किया था कि वह इस मामले में प्रेंस कांफ्रेंस में और खुलासे करेंगे। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आजाद से मुलाकात कर जेटली के खिलाफ और खुलासे नहीं करने के लिए कहा था, खासकर उस वक्त जब दिल्ली की आप सरकार वित्त मंत्री के पीछे पड़ी हुई है। 
डीडीसीए भ्रष्टाचार मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी जांच करवाई थी। पिछले दिनों दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव के दफ्तर पर सीबीआई की छापेमारी के बाद केजरीवाल ने दावा किया था कि केंद्रीय जांच एजेंसी डीडीसीए की फाइल खंगालने के लिए उनके दफ्तर पर छापेमारी की थी। दावा किया जाता है कि इस भ्रष्टाचार की आंच जेटली तक पहुंच सकती है।