प्रतियोगिताओं, कला संगीत और साहित्यक आयोजनों का दौर शुरू

लखनऊ:  मोतीमहल वाटिका लान में चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले में आज आयोजनों की भरमार रही। लखनऊ मेट्रो की थीम पर आधारित इस पुस्तक मेले में बच्चों के बहुत कुछ नया है। पुस्तक मेले में हर किताब पर कम से कम 10 प्रतिशत छूट खरीदारों को मिल रही है। 

इस मेले में बच्चों से सम्बंधित सामग्री बहुत से स्टालों पर है। इनमें तिरुमाला साफ्टवेयर, पदम बुक, राजा बुक्स, अयान बुक्स, बीप एक्सपीरियंस बंगलुरु, बिग बुक बाजार, बुक-एनएक्स, दीप बुक, जनरल बुक, स्टूडेण्ट बुक सेण्टर, यूनीकाॅर्न बुक्स, स्वाति मैगजीन्स, एसपीबी बुक्स व सुभाश पुस्तक भण्डार आदि स्टाल प्रुमुख हैं। तिरुमाला के स्टाल में बच्चों के लिए उपयोगी सीडी-डीवीडी हैं। इसके अलावा षिक्षकों और विद्यालयों के लिए षिक्षण में उपयोगी कई तरह की सामग्र्री बहुत है। भारतीय डाक के ‘माई स्टैम्प’ स्टाल पर लोग अपनी फोटो का स्टॅम्प बनवाने में खासी रुचि दिखा रहे हैं। लोग अपनी फोटो के ये डाक टिकट बधाइ पत्र भेजने में खास तौर से इस्तेमाल कर रहे हैं।  

पुस्तक मेले में खासकर नवयुवाओं के सेल्फी खींचने का क्रेज दिख रहा है। लखनऊ मेट्रो की गैलरी के अलावा कलास्रोत आर्ट गैलरी के कलाकारों विद्यासागर, सितांषु गुप्तमौर्य, अमित वर्मा, अमितकुमार, हरीष ओझा व षत्रुघ्न गुप्ता ने स्वर व ध्वनिओं की अवधारणा को लेकर ‘साइड स्पेस्फिक इंस्टालेषन’ तैयार किया है। 20 फीट लम्बा और 10 फीट चैड़ा ये आडियो-वीडियो व मिश्रित माध्यमों का इस्टालेषन भी मेले में सेल्फी प्वाइंट बना हुआ है। साहित्यकार षीला पाण्डेय के संचालन में लेखक से संवाद के अंतर्गत नवगीतकार मधुकर अस्थाना व अषोककुमार पाण्डेय अषोक ने लय, रस, भाव की विधिवत व्याख्या की। यहां डा.अमिता दुबे की पुस्तक ‘दीपक सा मन‘ का लोकार्पण हुआ तो इससे पहले दिन में लक्ष्य संस्था के संयोजन में कवियों का काव्यपाठ हुआ। शाम को लेखक महेद्र भीश्म के उपन्यास पर परिचर्चा चली। बाद में रचना पर आधारित नाटिका का मंचन भी हुआ। 

बाल व युवा मंच पर कलास्रोत की ओर से साहिल श्रीवास्तव ने- ‘ऐसी लागी लगन….’ और सिमरन श्रीवास्तव ने- ‘आओ मिलके करें कुछ…..’ जैसे गीतीें की श्रवणीय प्रस्तुति दी। बांसुरी पर मुकेष मधुर ने राग भूपाली पर बंदिष- ‘इतनो जोबन पर मान न करियो…’ के संग ही अन्य रचनाएं प्रस्तुत कीं। ढोलक पर षिवम व तबले पर अनन्त प्रजापति ने कलाकारों का साथ दिया।