प्रतियोगिताओं, संगीत और साहित्यकारों की मौजूदगी से भव्य बनेगा आयोजन

लखनऊ: मोती महल लान में 17 दिसम्बर से प्रारम्भ होने वाला लखनऊ पुस्तक मेला इस बार कई मामलों में विशिष्ट होगा। इस बार लोग पुस्तक मेले की थीम लखनऊ मेट्रो रखी गई है। मेले में जहां किताबों के संग मुफ्त पंजाबी-उर्दू, मार्शल आर्ट आदि सीखने के अवसर होंगे वहीं, अनेक आयोजनों के बीच इसबार लोग लखनऊ मेट्रो की शहर में जारी गतिविधियों से भी लोग साक्षात्कार कर सकेंगे। डाक विभाग मेले के दौरान लखनऊ पुस्तक मेले और लखनऊ मेट्रो पर विशेष आवरण भी जारी करेगा। मेले की थीम पैवेलियन को सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित किया जायेगा।  

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि 27 दिसम्बर तक चलने वाले मेले का उद्घाटन 17 दिसम्बर को  मुख्यअतिथि डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति डा.निशीथ राय व विशिष्ट अतिथि के रूप में लखनऊ मेट्रो के महाप्रबंधक कुमार केशव, जिलाधिकारी राजशेखर व रामकृष्ण मठ के प्रमुख स्वामी मुक्तिनाथानन्द की उपस्थिति में करेंगे। मेले के दौरान ही लखनऊ मेट्रो को मिलने वाले ‘शान ए लखनऊ’ सम्मान के लिए एलएमआरसी के प्रतिनिधि को सम्मानित किया जाएगा। मेले में नई टेक्नालाॅजी से छपी पुस्तकों के साथ मेले में ई-बुक, सीडी, डीवीडी, एमपी थ्री के भी अनेक स्टाल स्टेशनरी, टीचरों व स्कूलों के लिए उपयोगी सामग्री के होंगे। इस मेले में बहुत से नये प्रकाशक अपने साहित्य के साथ स्टालों पर होंगे। इस मेले में लगभग 130 स्टाल होंगे। 

मेले के प्रबंधन सहभागी बजहाइपर्स मारकाॅम प्रा.लि. के प्रबंध निदेशक सुधीरकुमार वर्मा ने बताया कि एकदम निःशुल्क प्रवेश वाले इस मेले में जहां इस पुस्तक मेले में किताबों पर न्यूनतम 10 प्रतिशत तक छूट हर खरीदार को मिलेगी वहीं पुस्तक प्रेमियों को बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा। कलास्रोत आर्ट गैलरी के सौजन्य से दृश्य  कलाओं के प्रदर्शन, व्याख्यान व संवाद सम्बंधी अनेक कार्यक्रम होंगे। 

मनोज चंदेल ने बताया कि मुरलीधर आहूजा के संरक्षकत्व में होने वाले इस मेले में कवि सम्मेलन-मुशायरे का आनन्द लेने के साथ लोगों को भाषाएँ सीखने, लेखकों-कवियों के साथ बात करने के मौके मिलेंगे ही साथ ही पुस्तक प्रेमियों के लिए बुक लवर्स लाउंज भी होगा। स्थानीय लेखकों की पुस्तकों के लिए भी एक स्टाल होगा। आॅफीशियल सहयोगी रायल कैफे फूड जोन का संचालन करेंगे। संरक्षक राजकुमार छाबड़ा ने बताया कि मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक जारी रहेगा। 

विद्यार्थियों को पुस्तकों के प्रति लगाव पैदा करने के मकसद से शहर भर के अनेक स्कूलों को मेले में आमंत्रित किया गया है। मुख्य सांस्कृतिक पण्डाल के मंच पर बच्चों, किशोरों और युवाआंें की गीत-संगीत, नृत्य व फैंसी ड्रेस इत्यादि की विविध प्रतियोगिताएं ज्योति किरन के संचालन में नित्य मध्याह्न 12 बजे से चलेंगी। इसके अतिरिक्त मुख्य सांस्कृतिक मंच पर रात तक नाटक, परिचर्चा, मुशायर,े व्यंग्य पाठ आदि के बीच पाठकों और नये रचनाकारों के अनेक कार्यक्रम चलेंगे।