लखनऊ: गले के रोगों को ठीक करने के लिए हल्दी, मुलेठी, कालीमिर्च एवं तुलसी का काढ़ा इस मौसम में पीना चाहिए तथा नाक, कान, गले के रोगों तथा सर्दी से बचने के लिए जूते-मोजे, दस्ताने, टोपी, मफलर एवं स्कार्फ का प्रयोग करें। उक्त उपाय क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 शिव शंकर त्रिपाठी ने सिसवारा (माल) लखनऊ स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आयोजित विशिष्ट चिकित्सा में बतायें।

सिसवारा (माल) लखनऊ स्थित में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, लखनऊ डा0 शिव शंकर त्रिपाठी के संयोजकत्व में शिविर का आयोजन किया गया था। प्रभारी चिकित्साधिकारी राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं शिविर प्रभारी डाॅ0 शीलेन्द्र सिंह के साथ-साथ डाॅ0 अनुभूति, डाॅ0 अशोक कुमार रावत, डाॅ0 कुसुम कुमारी एवं डाॅ0 नीरज अग्रवाल आदि चिकित्साधिकारियों द्वारा 332 रोगियों को चिकित्सा परामर्श एवं निःशुल्क आयुर्वेदिक औषधियाँ वितरित कर उपचारित किया गया। 

इस अवसर पर डाॅबर, श्री धन्वन्तरि हर्बल आदि औषधि निर्माताओं द्वारा शिविर हेतु निःशुल्क औषधियाँ उपलब्ध करायी गई।