लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी पर बेरोजगारों के साथ छल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार पर निशाना साधते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बेरोजगार युवक-युवतियों से क्षमा मांगनी चाहिए जिनको बेरोजगारी भत्ता देने का लाॅलीपाप देकर के सत्ता में आये थे। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री पर धोखा देने के आरोप को भ्रामक ठहराते हुए कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि किसने किसकों धोखा दिया। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर सत्ता में आयी सरकार बेरोजगारों के साथ क्या किया ? 

पार्टी के राज्य मुख्यालय पर सोमवार को प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि 2017 में समाजवादी पार्टी के वादे जनता के कसौटी पर होगे, उन वादों के धोखा देने की आधी सजा प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हराकर दिया और 2017 के चुनाव में यही जनता समाजवादी पार्टी को सत्ता से उखाड़ कर उसके धोखा देने की पूरी सजा देगी। प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होनंे कहा कि 2012 में किसानों की ऋण माफी के नाम पर धोखा दिया गया। हाईस्कूल और इण्टर के सभी उत्र्तीण छात्रों को लैपटाप-टैबलेट देने के नाम पर धोखा दिया गया। प्रदेश के 55 लाख बेरोजगारो को 1000 रूपये महीने भत्ता देने के नाम पर धोखा दिया गया। अखिलेश सरकार ने बेहतर कानून-व्यवस्था के नाम पर धोखा दिया। सिपाही भर्ती के नाम पर धोखा दिया गया। 2012-2015 तक 72,000 प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति में धोखा दिया गया। उ0प्र0 लोक सेवा आयोग में अनिल यादव जैसे भ्रष्टों को लाकर धोखा दिया गया। उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग, अधीनस्थ शिक्षा सेवा चयन आयोग के नाम पर बेरोजगारों के साथ जमकर धोखा धड़ी की गई। विधानसभा में चपरासी भर्ती परीक्षा में 23 लाख बेरोजगार फार्म भर निर्णय की प्रतिक्षा कर रहे है।

 उन्होंने कहा कि हम सबका साथ-सबका विकास के नीति पर चलने वाले लोग है हमारा ये मानना है कि देश को विकास पर ले जाना है तो उ0प्र0 में विकास के नये आयाम खड़े किये जाने चाहिए। जब से भाजपा की सरकारी आयी है तब से प्रदेश की सपा सरकार को सड़क निर्माण, मेट्रो निर्माण, सिंचाई योजना, शिक्षा योजना में हजारो करोड़ का धन दिया है, लेकिन सूबे की सरकार काम के बजाय सियासी बयानबाजी कर रही है। उन्होंने राज्य में पड़े सूखें का जिक्र करते हुए कहा कि सूखे की रपट अति बिलम्ब से भेजने के बावजूद केन्द्रीय दल शीघ्र आया, मौके पर भी अधिकारियों के साथ चर्चा हुए। जैसा कि जानकारी मंे आया है कि किसानों को सूखे के समय दी गयी 2 घटें की अतिरिक्त बिजली के लिए 192 करोड़ रूपये की मांग की गयी जब कि आकड़े है कि बिजली किसानों को मिली ही नहीं। 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राजनैतिक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते, निशाना साधते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी सरकार में रूके पड़े विकास कार्यो को गति दें, राज्य में स्वस्थ कार्य संस्कृति विकसित हो इसका प्रयास करें। 2017 में जनता किसको सबक सिखायेगी ये जनता पर छोड़े दें।