लखनऊ: उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व चेयरमैन अल्पसंख्यक विभाग मारूफ खान ने उ0प्र0 के कबीना मंत्री मोहम्मद आजम खान द्वारा कल रामपुर में दिये गये बयान की  कड़े शब्दों में निन्दा की है जिसमें उन्होने कहा है कि अगर शिवसेना ताजमहल को शिव मंदिर बनाने के लिए पहला फावड़ा चलाये तो दूसरा फावड़ा वह खुद चलायेंगे।

मारूफ  खान ने आज जारी बयान में कहा कि जबकि अभी हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में चलने वाली केन्द्र सरकार द्वारा साफ तौर  पर कहा गया है कि हुकूमत के पास इसका कोई प्रमाण नहीं है कि ताजमहल कभी भी शिव मंदिर था और शिवसेना का दावा पूरी तरह बेबुनियाद है। इसके बावजूद मोहम्मद आजम खान का यह बयान समाजवादी पार्टी के दोहरे चरित्र को उजागर करता है।

मारूफ  खान ने कहा कि मोहम्मद आजम खान समय-समय पर  इस प्रकार का विवादित बयान देकर जहां एक तरफ मुस्लिम समाज को शर्मशार करते हैं वहीं दूसरी ओर साम्प्रदायिक शक्तियों को मजबूत होने का मौका प्रदान करते हैं। उन्होने कहा कि अभी हाल ही में जामा मस्जिद दिल्ली के शाही इमाम मौलाना सैय्यद अहमद बुखारी एवं आल इण्डिया जमीयतुल उलमा ए हिन्द के जनरल सेके्रट्री मौलाना महमूद मदनी साहब के बारे में मोहम्मद आजम खान द्वारा दिया गया बयान बहुत ही अफसोसनाक एवं निन्दनीय है।

मारूफ खान ने कहा कि मोहम्मद आजम खान ने बाबरी मस्जिद के साथ-साथ मथुरा की ईदगाह और बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद के बारे में बेवजह बयान देकर गड़े मुर्दे उखाड़ने का कार्य किया है। जबकि मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी व उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा भी उक्त दोनों मुद्दों पर किसी प्रकार की बयानबाजी नहीं हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि श्री मोहम्मद आजम खान इस प्रकार के विवादित एवं उकसाऊ बयान देकर आने वाले विधानसभा चुनाव में साम्प्रदायिक धु्रवीकरण कराना चाहते हैं।