लखनऊ: आरएसएस और इससे जुड़े साम्प्रदायिक शक्तियां और उसकी उप संगठन आज मुसलमानों के खून से होली खेलने पर तुली हुई है, कहीं गौ हत्या  के नाम पर तो कहीं लव जिहाद और घर-वापसी के नाम पर,  इस लिए अब देश के शिक्षित लोगों को ऐसा लगने लगा है कि इस देश में आरएसएस का पूरा कब्जा हो चुका है लोकतंत्र खतरे में पड़ चुकी है और इस देश के संविधान की धज्जियां सरे आम उड़ाई जा रही हैं जिससे देश को नुकसान उठाना पड़ सकता है. इन बातों को व्यक्त विचार आज यहां जारी एक बयान में युनाइटेड मुस्लिम फाउंडेशन  के राष्ट्रीय प्रवक्ता शबरोज़ मुहम्मदी ने किया। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे हालात पैदा हो चुके हैं कि यहां का अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं रहा है मुसलमानों को जगह जगह जानी व आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिस से ऐसा लग रहा है कि देश में आरएसएस का संविधान लागू हो चुका है। आज मुसलमानों को कहीं आतंकवाद के नाम पर तो कहीं गव हत्या के नाम पर  जेल में डाला जा रहा है जबकि आतंकवाद को जिन लोगों ने भारत में बढ़ावा दिया उनको पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा हे.महातमा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की हत्या, बाबरी मस्जिद की शहादत यह  ऐसे दुर्घटना हैं जिनसे भारत में आतंकवादी आतंकवाद के रास्ते पर खुले आम चले और इन सभी दुर्घटनाओं में कौन लोग शामिल थे यह बात दुनिया जानती है शबरोज़ मुहम्मदी ने कहा कि मुसलमानों को गद्दार वतन कहने वालों को पता होना चाहिए कि इस देश को आजाद कराने के लिए मुसलमानों ने अपनी गर्दनें कटवाई हैं.और उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है।