लखनऊ: पिछड़ा समाज  महासभा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार देश के मूल निवासियों की सख्त विरोधी है आज तक कोई उसने ऐसा काम नहीं किया है जिससे देश के मूल निवासियों के  समस्याओं का समाधान हो सके .केंद्र सरकार देश की विकास के लिए काम न करके बर्बादी की ओर बढ़ रही है जो देश के लिए हानिकारक साबित हो सकता हे.अगर केंद्र सरकार ने मूल निवासियों के समस्याओं को जल्द से जल्द नहीं सुलझाया तो महा सभा गद्दी छोड़ो आन्दोलन चलायेगा। यह जानकारी आज यहां जारी एक बयान में पिछड़ा समाज महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक ने दी.उन्होने कहा कि महासभा द्वारा पिछड़ों दलितों मुसलमानों और ईसाइयों को नियाय पालिका, कार्य पालिका, मलैक्टरी, पैरा मलैक्टरी, निजी छेत्र किर्ष भूमि भोनो में उनकी जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी दिए जाने  शिक्षा एक सामान  किए जाने, धारा 341 से धार्मिक पर्तिबंध हटाए जाने महिलाओं को आरक्षण दिए जाने किसान आयोग का गठन किए जाने, स्नातकोत्तर तक शिक्षा मुफ्त किए जाने जैसे मुद्दों को विशेष तौर पर  उठाया था लेकिन इन समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हो सका .कुछ इस तरह के मुद्दा उठाए जा रहे हैं जिससे देश की अखंडता  खतरे में पड़ गई है। मालिक ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे आपस में हिन्दू मुस्लिम का आपस में लड़वाया बंद करें इससे देश कमजोर हो रहा है साथ ही आपसी भाईचारा व देश की एकता में खतरा पड़ रहा है जिसके परिणाम बहुत गंभीर रुख अख्तियार कर सकते हैं .भाजपा द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे के विरोश में  सभी शिक्षित वर्ग भाजपा के विरोध में खड़े हो रहे हैं अगर केंद्र सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र में किए गए वादे पूरे  नहीं करती है तो देश की जनता गद्दी छोड़ो आन्दोलन चलने पर मजूबर होगी.