लखनऊ। प्रतिभावान युवा कथक नर्तक व कथक गुरु अर्जुन मिश्र के पुत्र व षिश्य अनुज मिश्र ने आज से कथक अकादमी के गुरु पद की गद्दी का दायित्व सम्भाल लिया। बनारस घराने के संगीतज्ञ पण्डित धर्मनाथ मिश्र और अहमदाबाद से आए कथक गुरु अर्जुन मिश्र के भाई तबलानवाज़ नकुल मिश्र ने उनके पुत्र अनुज मिश्र के पगड़ी बांधकर ये जि़म्मेदारी सौंपी। लखनऊ घराने के विख्यात कथक नर्तक, संगीत नाटक अकादमी कथक केन्द्र के पूर्व निदेषक व कथक अकादमी के संस्थापक 57 वर्शीय अर्जुन मिश्र का बीमारी से जूझते हुए 22 अक्टूबर को निधन हो गया था। गुरु गद्दी सम्भालने वाले कथक नर्तक अनुज मिश्र को राश्ट्रीय स्तर का संस्कृति मंत्रालय का बिस्मिल्ला खां अवार्ड प्राप्त है और वह दुनिया के लगभग सभी प्रमुख देषों में कथक कार्यषालाओं का संचालन व अपने ग्रुप के साथ कथक का प्रदर्षन करते आ रहे हैं। 

कथक अकादमी निषातगंज के सभागार में पुत्र को विरासत सौंपने के इस कार्यक्रम के अवसर पर स्वर्गीय अर्जुन मिश्र के गुरु पण्डित बिरजू महाराज के पुत्र दीपक महाराज, कथक गुरु षम्भू महाराज की पुत्री रामेष्वरी मिश्र मुन्नी दीदी, राश्ट्रीय कथक संस्थान की सचिव सरिता श्रीवास्तव, भारतेन्दु नाट्य अकादमी के पूर्व निदेषक सूर्यमोहन कुलश्रेश्ठ, कला समीक्षक राजवीर रतन, इटली से आई कथक नृत्यांगना रोसेला फेनेली, युवा नृत्यांगना सुरभि सिंह टण्डन, आकांक्षा श्रीवास्तव, संयुक्ता सिन्हा, अभिनेत्री व नृत्यांगना गुंजन खरे, ज्योति किरन, आरती, पल्लवी, एकता, अंकिता, अक्षरा, ईषा रतन, मीषा रतन, नीरज, अतुल, अष्वित, विकास मिश्र, नवीन मिश्र, सहित अर्जुन मिश्र के अनेक षिश्य-षिश्याएं, राजधानी के अनेक कलाकार व भातखण्डे संगीत समविष्वविद्यालय के अनेक षिक्षक उपस्थित थे।