काबुल: अफगानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत में आए 7.5 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कम से कम 170 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं। उत्तर भारत के कई बड़े इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। दोपहर लगभग 2.30 मिनट पर दिल्‍ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके आए, जोकि उत्‍तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी महसूस किए गए।

राजस्थान के कई हिस्सों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। पुलिस मुख्यालय के अनुसार जयपुर, अलवर, जोधपुर, सीकर सहित कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई स्थानों पर लोग घरों से बाहर निकल गए।

अफगानिस्तान के तखार प्रांत में भूकंप के बाद एक स्कूल में मची भगदड़ में 11 छात्राओं की मौत हो गई। पाकिस्तान में भूकंप से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई। यहां कई इमारतें ढह गईं। स्वात घाटी में बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि बजौर कबायली इलाके में चार लोगों की मौत हो गई। कल्लर कहार में आठ साल के एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि कसूर में एक शख्स की मौत की खबर है।

‘डॉन’ की एक रिपोर्ट के अनुसार पाक अधिकृत कश्मीर के मीरपुर इलाके में इस्लामगढ़ में 14 साल के एक बच्चे की उस वक्त मौत हो गई, जब स्कूल की एक दीवार ढह गई। सरगोधा में भी एक दीवार गिर गई जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। स्वात के सैदू शरीफ टीचिंग अस्पताल में कम से कम 194 घायलों को लाया गया। पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में 100 से ज्यादा घायलों को भर्ती कराया गया है। कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, पेशावर, क्वेटा, कोहाट, और मालाकंड समेत पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया।

अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत में आए भूकंप के बाद नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित कई हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए। वेबसाइट ‘द हिमालयन पोस्ट’ की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली। 

भूकंप के झटकों के बाद दहशत में लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। दिल्‍ली में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के साथ ही मेट्रो परिचालन भी रोक दिया गया, जोकि बाद में बहाल कर दिया गया। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही भी बीच में ही रोक दी गई।

वहीं, जम्‍मू-श्रीनगर समेत दिल्‍ली एवं अन्‍य जगहों पर मोबाइल सेवा भी ठप हो गई। भूकंप ने जम्‍मू-कश्‍मीर में बिजली सेवाओं को भी प्रभावित किया। वहीं श्रीनगर में लाल चौक के पुल में सड़क पर दरार आ गई।

भ्‍ूाकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में तेज भूकंप की खबर है। इसका भारत के भी कुछ हिस्सों में असर हुआ है। मैं सभी की सलामती की दुआ करता हूं। पीएम ने अगला ट्वीट किया, ‘नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो हम लोग अफगानिस्तान और पाकिस्तान की मदद के लिए तैयार हैं।’

भूकम्प के हल्के झटके उत्तर प्रदेश , खासकर पश्चिमी जिलों में भी महसूस किये गये। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं लेकिन चूंकि अफगानिस्तान के हिन्दुकुश में रहा जलजले का केन्द्र उत्तर प्रदेश से काफी दूर है इस वजह से इस राज्य तक आते-आते भूकम्प की तीव्रता काफी कम हो चुकी थी।

उन्होंने बताया कि खासकर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के कई जिलों में भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं लेकिन यह काफी कम तीव्रता के थे। इस बीच, प्रदेश के हाथरस, सहारनपुर, अलीगढ़, बागपत, अमरोहा और मुरादाबाद समेत कई पश्चिमी जिलों में अपराहन करीब दो बजकर 50 मिनट पर भूकम्प के झटके महसूस किए जाने की खबरें मिली हैं।