हड़ताल ख़त्म करने के निर्णय का किया बहिष्कार 

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे से सफाईकर्मियों की मुलाकात के बाद रविवार को जैसे ही हड़ताल खत्म करने का ऐलान हुआ तो लगा कि राजधानी की सड़कों से कूड़ा उठने लगेगा पर हुआ उल्टा। सफाईकर्मियों ने अपने नेता का ही बहिष्कार कर दिया और गुस्सा सड़कों पर पड़े कूड़े को फैलाकर दिखाया।

यूनियन के दबाव से लीडर के सुर भी बदल गए हैं। जिस संजय गहलोत ने यूनियन के बतौर नेता के तौर पर कल मीटिंग के बाद हड़ताल खत्म करने की घोषणा की थी, अब कर्मचारियों के दबाव में आज वही कह रहे हैं कि तीनों निगमों के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।

दरअसल हड़ताल खत्म करने को लेकर यूनियन के कर्मचारी दो धड़े में बंट गए। फिर इस बात पर एक मत हुए कि जब तक खाते में वेतन और दूसरे बकाया पैसे नहीं आ जाते तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इधर हड़ताल पर सस्पेंस को लेकर कुछ जगहों पर सुबह-सुबह डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली एमसीडी की गाड़ियां और सफाई कर्मी काम पर दिखे, लेकिन जल्द ही सारे हवा हो गए।

सोमवार को हड़ताल का चौथा दिन है और जगह-जगह कूड़ा बिखरा पड़ा है। कूड़ा उठाने वाले डंपर और जेसीबी लोडर को सफाई कर्मियों ने शुक्रवार से निकलने नहीं दिया। इन्हीं वाहनों से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचता है।