लखनऊ. सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने यूपी सरकार द्वारा पेंशन में 50 हजार रुपए पेंशन लेने से मना कर दिया है। उन्होंने बयान जारी करके कहा है कि उन्हें दी जाने वाले पेंशन किसी जरुरतमंद या चैरिटेबल ट्रस्ट को दे दी जाए। बच्चन परिवार यूपी सरकार की उस नई पेंशन योजना के लाभार्थियों में शामिल है, जिसे लागू करने का निर्णय प्रदेश सरकार ने मंगलवार को लिया है। इस योजना के अनुसार उप्र में यश भारती और पद्म सम्मान पाने वालों को राज्य सरकार ने हर महीने 50 हजार रूपए पेंशन देने का फैसला किया है। यह पेंशन यह सम्मान पाने वालों को जीवन भर मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि सुपर स्टार की पत्नी जया बच्चन और पुत्र अभिषेक भी यश भारती सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं। सुपर स्टार के पिता और सुप्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन को भी यह सम्मान यश भारती के स्थापना वर्ष 1994 में मिल चुका है। पेंशन के लिए प्रदेश सरकार ने नियमावली में बदलाव किया है। शर्त यह है कि यह पेंशन उन्हीं को दी जाएगी, जिनकी कर्मभूमि या जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है और उन्हें यश भारती या पद्म सम्मान मिला है। संस्कृति विभाग के अनुसार प्रदेश में ऎसे 143 लोग हैं जिन्हें यश भारती मिला है और वे जीवित हैं। पद्म पुरस्कार पाने वालों की संख्या उनके दावों के बाद सामने आएगी।

माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार ने यह फैसला साहित्यकारों द्वारा अकादमी अवॉर्ड्स लौटाने की कवायद को देखते हुए लिया है। राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि उप्र सरकार ने यह फैसला इस वजह से लिया है कि अगर सबको हर महीने 50 हजार की पेंशन मिलेगी तो पुरस्कार लौटाना साहित्यकारों या कलाकारों के लिए मुश्किल भरा काम होगा।