जयपुर। स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे) के प्रबंध निदेशक ज्योति घोष ने कहा कि बैंक अपने खुदरा ऋण पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए इसकी अनुमोदन प्रक्रिया को सरल करने के लिए एक खास स्कीम पेश करने जा रहा है। इस स्कीम के तहत ग्रामीण ग्राहक आसानी से व्हीकल लोन ले सकेंगे। घोष ने कहा कि एेसे ग्राहकों के पास आय प्रमाण पत्र नहीं होता, जिससे इन्हें लोन मिलने में दिक्कत आती है। एेसे में बैंक जल्द ग्रामीण ग्राहकों के लिए न्यूनतम कागजी प्रक्रिया से लैस एक नई स्कीम पेश कर रहा है। उन्होंने बताया कि बैंक का फोकस बड़े लोन की बजाय खुदरा लोन देने पर है। बैंक ने अब तक मद्रा लोन स्कीम के तहत 350 करोड़ के ऋण बांटे हैं।

एसबीबीजे ने सोमवार को अपने दूसरी तिमाही परिणाम की घोषणा की, जिसमें बैंक ने वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 52.25 फीसदी की वृद्धि के साथ 180.63 करोड़ का मुनाफा कमाया। गत वर्ष इस अवधि के दौरान बैंक को 118.64 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। घोष ने बताया कि बैंक का कुल व्यवसाय 30 सितंबर 2015 को समाप्त प्रथम छमाही में 11.62 फीसदी बढ़कर 159100 करोड़ रुपए रहा। इसी तरह बैंक की कासा जमाएं भी 15.32 फीसदी बढ़कर 34322 करोड़ रुपए रही। एनपीए पर भी बैंक ने काफी हद तक लगाम लगाई है और गत वर्ष के 2.49 फीसदी के मुकाबले 2.15 फीसदी पर ला दिया है।

घोष ने कहा कि राजस्थान हमारी कर्मभूमि है, इसलिए हम यहां तेजी से विस्तार कर रहे हैं। बैंक ने हाल ही में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के पेटे 50-50 करोड़ के ऋण सैंक्शन किए हैं, इसके अलावा राज्य में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 1600 करोड़ रुपए तक ऋण सैंक्शन किए जाने पर काम चल रहा है। नवंबर में होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान में भी बैंक की मुख्य भागीदारी रहेगी।

वन टाइम स्टेल्मेंट (ओटीएस) के तहत बैंक ने 256 करोड़ रुपए रिकवर किए हैं, जिसे बैंक फ्रैश लोन के लिए उपयोग कर रहा है। घोष ने कहा कि ओटीएस प्रक्रिया में बैंक को ऋणियों का पूरा सहयोग मिला है। इस अवसर पर बैंक के सीजएम (रिटेल) एस. वेंकटरमन और सीजएम (कमर्शियल) वी श्रीनिवासन भी उपस्थित थे।