लखनऊ: सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के कथित धमकी वाले ऑडियो टेप के बाद लगातार विवादों में रहने वाले आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के घर आय से अधिक संपत्ति मामले में विजीलेंस का छापा पड़ा है। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे विजीलेंस विभाग की टीम ने उनके घर पर छापा मारा है। अभी यह टीम उनके घर पर ही है।

अपनी कार्रवाई के दौरान विजीलेंस की टीम ने अमिताभ ठाकुर को घर से बाहर कर दिया है। अमिताभ की पत्नी नूतन घर के अंदर हैं। मीडिया को भी उनके घर से दूर रखा गया है। अपने घर पर पड़े छापे पर प्रतिक्रिया देते देते हुए अमिताभ ठाकुर ने कहा कि आज ही सीजीएम कोर्ट में मुकदमा लगा था, इसलिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पितृधर्म निभाते हुए जानबूझ कर मेरे घर पर रेड डलवाई।

मुझे और मेरी पत्नी को कोर्ट जाना था। यह सरकार के सोची समझी साजिश से भरी कार्रवाई है। सरकार नहीं चाहती कि हम कोर्ट पहुंचे। विजिलेंस के महानिदेशक भानु प्रताप सिंह को सीएम का गुर्गा बताते हुए अमिताभ ठाकुर ने अपने घर पर हुई इस कार्रवाई की तीखी निंदा की। अमिताभ का आरोप है कि सीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर डीजी विजिलेंस भानु प्रताप सिंह उनके खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं। अमिताभ पहले भी आरोप लगा चुके हैं कि बदले की भावना से उनके खिलाफ तमाम कार्यवाही हो रही है।

1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ठाकुर ने विजलेंस विभाग पर अपना पक्ष नहीं रखने देने का आरोप भी लगाया| उन्होंने यहां तक कहा कि वह इस मामले में विजलेंस विभाग के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगें| बता दें कि हाईकोर्ट ने पिछले दिनों यूपी सरकार से कहा था कि अमिताभ और उनकी पत्नी नूतन के मामले में सरकार प्रताड़ना के तहत कार्रवाई न करे। इससे पहले विजिलेंस टीम ठाकुर से प्रॉपर्टी की जानकारी ले चुकी है। मुलायम के खिलाफ आवाज उठाने के बाद उनके खिलाफ रेप का मामला भी दर्ज हुआ था।

सपा प्रमुख के इस मामले के प्रकाश में आने के बाद यूपी की अखिलेश सरकार ने आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड कर दिया| यूपी सरकार ने इस संबंध में एक विज्ञप्ति जारी किया जिसमें कहा गया कि सरकार ने ठाकुर को सर्विस कंडक्ट रूल्स तोड़ने के आरोप में सस्पेंड किया है|