लीमा: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने आज चेतावनी दी कि चीन की अर्थव्यवस्था में आई तेज गिरावट का नकारात्मक असर केवल विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर ही नहीं बल्कि शेष एशिया प्रशांत क्षेत्र में भी काफी पड़ेगा।

आईएमएफ ने विश्व बैंक के साथ अपनी वार्षिक बैठक के इतर एशिया एंड पैसिफिक रीजनल इकोनॉमिक आउटलुक अपडेट में कहा, चीनी अर्थव्यवस्था के विशाल आकार को देखते हुए वहां नकारात्मक विकास के झटके का असर शेष एशिया प्रशांत में भी काफी पड़ेगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रकार का झटका सुधारों को पूर्णतय: लागू करने में असफलता या वित्तीय झटकों के कारण लग सकता है, जो घरेलू वित्तीय नुकसान को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों को कम प्रभावी बना सकते हैं।

आईएमएफ ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था को पुनर्संतुलित करने के लिए जारी प्रयास भी मांग में आई तेज गिरावट के कारण अपेक्षा से कम प्रभावी साबित हो सकते हैं। चीन की आर्थिक वृद्धि में आई तेज गिरावट के कारण मजबूत व्यापारिक संबंधों और वित्तीय बाजार के रुख पर प्रभावों के जरिये क्षेत्रीय विकास को खतरा पैदा होगा।

उन्होंने कहा, चीन और शेष एशिया के बीच व्यापारिक एवं वित्तीय संबंधों के बारे में अर्थमितीय अनुमान से यह असर काफी बड़ा हो सकता है। चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एक प्रतिशत की गिरावट से एशिया की जीडीपी विकास दर में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आएगी।