मुख्यमंत्री ने कर एवं करेत्तर राजस्व प्राप्तियों में और बढ़ोत्तरी किए जाने के निर्देश दिए

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजस्व प्राप्तियों में और बढ़ोत्तरी किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि जो अधिकारी राजस्व अर्जन के मामले में उत्कृष्ट कार्य करेंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। इसके साथ ही, राजस्व अर्जन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो अधिकारी लक्ष्य के अनुरूप राजस्व अर्जन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर काईवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री आज यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में कर एवं करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए चेक लिस्ट के आधार पर राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा अपने स्तर पर करके हर महीने की 10 तारीख तक प्रगति रिपोर्ट वित्त विभाग को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पांच मुख्य करों जैसे वाणिज्य कर, आबकारी, स्टाम्प एवं निबन्धन, परिवहन तथा मनोरंजन कर की प्रगति की समीक्षा के आधार पर जिलों की ग्रेडिंग की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्व से अर्जित धनराशि से राज्य सरकार तमाम विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित करती है। इसलिए राजस्व अर्जन में किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

श्री यादव ने कर एवं करेत्तर राजस्व प्राप्तियों में वृद्धि किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि सभी जनपद अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए पूरी गम्भीरता से प्रयास करें। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस दिशा में किसी प्रकार की लापरवाही को गम्भीरता से लिया जाएगा। 

बैठक में बताया गया कि सभी जनपदों की माह अगस्त, 2015 की सभी पांच मुख्य कर राजस्व मदों में अर्जित उपलब्धि के आधार पर ललितपुर 171.20 प्रतिशत, रायबरेली 122.70 प्रतिशत, चित्रकूट 115.92 प्रतिशत, अमेठी 108.14 प्रतिशत तथा महोबा 102.43 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित कर प्रथम स्थान पर रहे। इसी प्रकार माह अगस्त, 2015 की भू-तत्व एवं खनिकर्म के अन्तर्गत हाथरस 242.4 प्रतिशत, फिरोजाबाद 223.8 प्रतिशत, लखनऊ 190.1 प्रतिशत, गोण्डा 170.9 प्रतिशत तथा गाजीपुर 168.2 प्रतिशत राजस्व अर्जित कर प्रथम पांच जनपदों की श्रेणी में स्थान बनाने में सफल रहे।

सभी जनपदों की अगस्त, 2015 के अन्त तक की क्रमिक समग्र उपलब्धि तैयार की गयी। इसके तहत पांच मुख्य कर राजस्व की उपलब्धि के आधार पर जनपद-ललितपुर 118.28 प्रतिशत, श्रावस्ती 112.19 प्रतिशत, चित्रकूट 106.52 प्रतिशत, चन्दौली 104.30 प्रतिशत तथा रायबरेली द्वारा 108.89 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित की गयी। इसी तरह माह अगस्त, 2015 की भू-तत्व एवं खनिकर्म का प्राप्ति प्रतिशत आंकलित किया गया। जिसमें क्रमशः अलीगढ़ 218.8 प्रतिशत, गाजीपुर 182.3 प्रतिशत, सोनभद्र 175.2 प्रतिशत, श्रावस्ती 149.3 प्रतिशत तथा हाथरस  133.7 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित करके प्रथम पांच स्थान पर रहे।