लखनऊ। सरकार से मानदेय की मांग कर रहे लखनऊ में वित्तविहीन शिक्षकों और पुलिस के बीच तीखा संघर्ष हुआ है। इसके पहले इन शिक्षकों ने चारबाग स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। चारबाग में जब अलग-अलग जिलों से आए शिक्षक बड़ी मात्रा में इकट्ठे हो गए तब पुलिस के साथ उनका संघर्ष शुरू हो गया। यह  शिक्षक विधानसभा की ओर कूच  करना चाहते थे और पुलिस उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी। शिक्षक काले कपड़े पहनकर आए थे ।

बीपीएड डिग्री धारको के उग्र प्रदर्शन से सबक लेते हुए शिक्षकों को विधान भवन आने से रोकने की पुलिस ने पूरी व्यवस्था की थी। 

वित्तविहीन शिक्षक महासभा के कार्यवाहक अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने 2012 के चुनाव घोषणा पत्र में इंटरमीडिएट तक बिना सरकारी अनुदान के पढ़ाने वाले शिक्षकों को जीविकोपार्जन के लिए मासिक मानदेय देने का वादा किया था। सरकार अपने वादे से मुकर गई है। अगर सरकार वित्तविहीन शिक्षकों को शुक्रवार को मानदेय देने की घोषणा नहीं करती है तो शिक्षक धरने पर बैठ जाएंगे और मांग पूरी होने तक नहीं हटेंगे। महासभा के प्रदेश महासचिव और मीडिया समन्वयक अजय सिंह एडवोकेट ने कहा कि इस साल यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार वित्तविहीन शिक्षकों ने इसी आश्वासन पर खत्म किया था कि छह महीने के भीतर उन्हें मानदेय देने का फैसला कर लिया जाएगा। छह महीने बीतने के बाद भी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया है।