लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को मानदेय देने की घोषणा की थी किन्तु आज तक उन्हें मानदेय नहीं दिया गया। मानदेय के प्रश्न  को लेकर आज शिक्षक दिवस के एक दिन पूर्व प्रदेश की पुलिस ने अपने मानदेयों की मांग कर रहे शिक्षकों की न सिर्फ बर्बरतापूर्ण ढंग से पिटाई की बल्कि राजधानी की प्रत्येक सड़क पर प्रशासनिक अधिकारी स्वयं शिक्षकों को पकड़-पकड़ कर पीट रहे थे। लोकतंत्र में सबको शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने का अधिकार है। परन्तु इससे बड़ी बिडम्बना क्या हो सकती है कि श्री मुलायम सिंह यादव जो स्वयं एक शिक्षक रहे हैं और शिक्षक दिवस को शिक्षक दमन दिवस के रूप में मना कर उनकी इस सरकार ने घृणित कार्य किया है।

उत्तर प्रदेश कंाग्रेस इस बर्बर लाठीचार्ज की निन्दा करती है और इस बर्बर लाठी चार्ज में संलिप्त अधिकारियों के विरूद्ध अविलम्ब कार्यवाही की मांग करती है, गिरफ्तार किये गये शिक्षकों की अविलम्ब रिहाई की मांग करती है, साथ ही यह भी मांग करती है कि सरकार अपनी इस वादा खिलाफी के लिए शिक्षकों से माफी मांगे और अपना वादा पूरा करे।