लखनऊ: उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय का नाम पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रख्यात वैज्ञानिक डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम की स्मृति में किए जाने की मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की घोषणा के मद्देनजर, विश्वविद्यालय द्वारा वास्तुकला के छात्र-छात्राओं के लिए एक राष्ट्रीय वास्तुकला डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। देश के मशहूर वैज्ञानिकों के योगदान को दर्शाने के लिए विश्वविद्यालय के नवीन परिसर में प्रस्तावित स्मारक और संग्रहालय की उपयुक्त डिजाइन तैयार कराने के मकसद से यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

यह जानकारी आज देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यहां सीतापुर रोड स्थित विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का विकास इस प्रकार किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को पूर्व राष्ट्रपति के व्यक्तित्व की खूबियों को आत्मसात करने की प्रेरणा हासिल हो। इस उद्देश्य को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए अन्य सुविधाओं के विकास के साथ-साथ विश्वविद्यालय में एक निश्चित स्थान पर भारत के प्रख्यात वैज्ञानिकों की प्रतिमाएं और म्यूरल्स स्थापित किए जाएंगे, जहां इन विद्वानों के जीवन और कृतित्व की जानकारी आधुनिक इण्टरएक्टिव डिस्प्ले तकनीक के जरिये दी जाएगी। 

यह स्मारक और संग्रहालय विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी ब्लाॅक में सेण्ट्रल कोर्ट के समीप विकसित किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य यह है कि वास्तुकला के विद्यार्थी ऐसी डिजाइन तैयार करें, जो न केवल 21वीं शताब्दी के एक आधुनिक म्यूजियम को साकार करे, बल्कि विज्ञान के प्रतीक के रूप में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में भी सफल हो।

प्रतियोगिता का आयोजन उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय के वास्तुकला संकाय द्वारा किया जा रहा है। प्रतिभागियों के लिए अपनी प्रविष्टियां जमा करने की अन्तिम तिथि 30 अगस्त, 2015 निर्धारित की गई है। विजेताओं का चयन करने के लिए ज्यूरी में प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट्स और डिजाइनर शामिल होंगे। प्रतियोगिता के नतीजे 02 सितम्बर, 2015 को घोषित किए जाएंगे। विजेताओं के लिए कुल पुरस्कार राशि 60 हजार रुपए है। पुरस्कार वितरण 05 सितम्बर, 2015 को शिक्षक दिवस के अवसर पर किया जाएगा। प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय तथा वास्तुकला संकाय की वेबसाइटों पर उपलब्ध है।