लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार ने मिड डे मील में दूध देने के नाम पर तमाशा खड़ा कर दिया है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि बच्चों को पढ़ाने की बजाय शिक्षकों को मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए दूध का इंतजाम करना पड़ रहा है। इसके लिए 40 लाख लीटर अतिरिक्त दूध चाहिए, जिसका इंतजाम करना शिक्षकों को भारी पड़ रहा है और स्कूलों में पढ़ाई भी बाधित हो रही है। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सरकार की इस योजना में दूध माफिया भी हाबी हो गए हैं। बड़ी मात्रा में स्कूलों में पढने वाले मासूमों को मिलावटी और सिंथेटिक दूध पिलाया जा रहा है। ऐसा ही दूध पीने से बुधवार को लखनऊ में तोपखाना और रजमन बाजार के प्राथमिक स्कूलों में पढने वाले 70 से अधिक बच्चे बुरी तरह बीमार पड़ गए थे।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार इस योजना को फौरन बंद करे। अगर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वाकई में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील हैं तो वह स्कूलों में शिक्षकों को दूध की व्यवस्था करने की झंझट से मुक्त करे। सरकार स्कूलों में पढने वाले हर बच्चे की मां के बैंक खाते में दूध का पैसा भेजने की व्यवस्था करें। ताकि मां की निगरानी में बच्चे शुद्ध दूध पी सकें। इतना ही नहीं हफ्ते में केवल एक दिन दूध बांटने का नाटक करने की बजाय नौनिहालों के लिए हफ्ते के सभी दिनों में दूध की व्यवस्था होनी चाहिए।