कानपुर। दो हजार रूपए मासिक वेतन से कुछ रूपए बचाकर उर्मिला ने बैंक अकाउंट खोला। बहुत मेहनत के बाद भी एक हजार रूपए से ज्यादा अकांउट में जमा नहीं कर पायी थी। लेकिन भगवान ने एक दिन के लिए ही सही लेकिन उर्मिला पर तरस खाया और उसके अकाउंट को 9 लाख 57 हजार करोड़ रूपए की राशि से भर दिया। पहले तो उर्मिला ने आंखे मलीं और फिर सिर पकड़ कर बैठ गई। इस बात पर किसी को भरोसा नहीं हो रहा था।

परिवार के लोग मारे खुशी के उछल पड़े। आखिर उर्मिला फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग से भी ज्यादा अमीर हो गई थी। लेकिन परिवार वालों की खुशियों पर उस वक्त पर पानी फिर गया जब एसबीआई बैंक के अधिकारियों ने अपनी गलती के लिए माफी मांगते हुए अकाउंट से पैसे वापिस ले लिए। पर उर्मिला इसी बात से खुश है कि उसे एक दिन के लिए दुनिया की सबसे अमीर महिला बनने का मौका मिला।

लखनपुर स्थित यूपीएसआईडीसी में भारतीय स्टेट बैंक का विस्तार पटल है। यह मिनी ब्रांच आरके नगर शाखा से जुड़ी है। इसी में मदारपुर विनायकपुर निवासी उर्मिला यादव का खाता (संख्या 35014400299) है। शुक्रवार को वह अपनी पासबुक अपडेट करवाने बैंक गईं। क्लर्क ने पासबुक देखी तो खाते में 14 अंकों की धनराशि दर्ज थी। उसने मैनेजर को जानकारी दी। मैनेजर ने फिर चेक किया तो उर्मिला के खाते में 9 लाख 57 हजार करोड़ रुपए थे। यह रकम 22 जुलाई को खाते में ट्रांसफर हुई थी।